Moradabad: खबर का असर डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने किया राम गंगा उद्धार जनांदोलन का आह्वान, बच्चों की भागीदारी संवारेगी नदी
Moradabad News: योजना के अन्तर्गत कार्यों की प्रगति और जिले की सीमा के भीतर नदियों में गिरने वाले नालों की निगरानी के संबंध में समीक्षा की गयी।
Moradabad news: आठ नवंबर को न्यूज ट्रैक में लगी खबर अस्तित्व खो रही शहर के बीचों बीच बहने वाली रामगंगा नदी को लेकर मुरादाबाद के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला गंगा संरक्षण समिति के संबंध में बैठक हुई, जिसमें नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत कार्यों की प्रगति और जिले की सीमा के भीतर नदियों में गिरने वाले नालों की निगरानी के संबंध में समीक्षा की गयी।
जिलाधिकारी ने कहा कि रामगंगा को शुद्ध करने के लिए जन आन्दोलन के साथ ही उसमें लोगों की युद्ध स्तर पर भागीदारी हो। उन्होंने बताया कि स्कूल के बच्चों को भी इसमे शामिल किया जाये तथा हर माह जिला गंगा समीति की बैठके नियमित रूप से की जायें जिसमें रामगंगा के साथ ही जल जीवन मिशन तथा स्वच्छ भारत मिशन पर भी वार्ता की जाये।
जिलाधिकारी द्वारा राम गंगा नदी को स्वच्छ करने के सम्बन्ध में अब तक किये गये कार्यो के संबन्ध मे तथा जलनिगम, नगर निगम, प्रदूषण नियन्त्रण विभाग, विभिन्न एनजीओ, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ, नेहरू युवा केन्द्र द्वारा रामगंगा नदी को स्वच्छ करने हेतु विभिन्न कार्य योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गयी ताकि रामगंगा के जल को शुद्व एवं अविरल बनाया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा प्राकृतिक जैविक खेती को बढ़ाया दिया जाये जिससे जैव विविधता का संरक्षण हो सके तथा उन्होंने वनरोपण व नदी घाट पर आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु कार्यो को प्रोत्साहित किया जाये। उन्होंने बताया कि घाटों का रख-रखाव अच्छे से किया जाये तथा स्वच्छता पखबाडा, वनीकरण अभियान, कैच द रैन अभियान आदि संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाये।
सभी बिन्दुओ पर नियमित रूप से कार्य
जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र मे काफी समय से सभी बिन्दुओ पर नियमित रूप से कार्य हो रहा है। नगर निगम व विभिन्न नगर पालिकाएं साथ मिलकर कार्य करें तथा अपने कर्तव्यों का अच्छे से निवर्हन करें। उन्होंने भूजल संरक्षण के संरक्षण के संबंध में बताया डार्कजोन एरिया की अच्छी से निगरानी की जाये।
उन्होंने बताया कि करुला नदी की स्थिति को गम्भीरता से लेने की जरुरत है तथा संबंधित अधिकारी स्थलीय निरीक्षण व देखरेख अच्छे से करें।
उन्होंने कहा कि वर्षा जल संचय के लिए तालाबों का प्रयोग किया जाये। तालाबो के अतिक्रमणो को हटाने के साथ ही तालाब तक जाने वाले पानी के रास्ते को भी सुरक्षित किया जाये। जनपद मे रैन वाटर हार्वेस्टिंग हेतु किये गये कार्यो की सफाई समय से करा दी जाये। उन्होंने कहा कि जल संचय के लिए जनपद में जिस स्टेªक्चर की जरूरत हो उसे बनाया जाये। उन्होंने बताया कि नेचुरल फार्मिंग के तहत भी लोगो को जोडा जाये।
बैठक मे अपर जिलाधिकारी प्रशासन सुरेन्द्र सिंह, डीएफओ, परियोजना निदेशक, ज्वांइट कमिश्नर इंडस्ट्रिज, जिला गंगा समीति के सदस्य, अधिशासी अभियन्ता जल निगम, अधिशासी अभियन्ता सिचाई विभाग सहित नगर निगम, प्रदूषण नियन्त्रण विभाग, विभिन्न एनजीओ, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ, नेहरू युवा केन्द्र आदि उपस्थित रहे।