Moradabad News: मुरादाबाद गैंगरेप केस, पीड़िता के पिता ने मारी पलटी, कहा, ऐसी कोई वारदात हुई ही नहीं
Moradabad Gang Rape Case: पीड़िता के पिता ने पुलिस के सामने पलटी मार दी है। उसका कहना है कि ऐसी कोई वारदात उनकी छोटी बेटी के साथ हुई ही नहीं है
Moradabad Gang Rape Case: पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद जिले में एक नाबालिग लड़की से सामूहिक बलात्कार के मामले में नया मोड़ आ गया है। पीड़िता के पिता ने पुलिस के सामने पलटी मार दी है। उसका कहना है कि ऐसी कोई वारदात उनकी छोटी बेटी के साथ हुई ही नहीं है। वहीं पीड़ित लड़की भी मानसिक रूप से कमजोर है और कुछ कहने और बताने की स्थिति में नहीं है। बता दें कि मंगलवार को एक वीडियो आया था, जिसमें अंधेरी रात में एक लड़की नग्न अवस्था में सड़क पर दौड़ रही थी।
पीड़िता के रिश्तेदार ने लगाए गंभीर आरोप
पुलिस के पास इस मामले की शिकायत पीड़िता के एक रिश्तेदार ने की है। रिश्तेदार का कहना है कि आरोपी पक्ष ने पहले उन्हें मैनेज करने की कोशिश की, लेकिन जब वो ऐसा नहीं कर पाए तब उन्होंने रिश्ते में साले को फुसलाकर मामले को दबाने की कोशिश में जुट गए हैं। रिश्ते में पीड़ित लड़की के फूफा ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें दिनभर थाने में बैठाया गया और लालच दी गई। पुलिस ने भी मुझ पर आरोपियों से समझौता कर लेने के लिए दवाब बनाया। बाद में थाने से ग्राम प्रधान के साथ भेज दिया, जिसका खुद का बेटा इस घटना में शामिल था। प्रधान ने मुझे मुरादाबाद ले जाकर जबरन मुझसे स्टांप पेपर पर दस्तखत कराने की कोशिश की।
एसएसपी ने रेप की घटना से किया इनकार
मुरादाबाद के एसएसपी हेमंत कुटियाल ने मामला तुल पकड़ने के बाद गुरूवार को एकबार फिर इस केस को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की। यहां उन्होंने एक चौंकाने वाला खुलास करते हुए कहा कि लड़की के मेडिकल में रेप की पुष्टि नहीं हुई है। पीड़िता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, वह लड़का और लड़की में भी अंतर नहीं कर पाती है। लड़के के परिवार और गांव वालों ने किसी भी ऐसी घटना से इनकार किया है। अब तक की जांच में पता चला है कि स्थानीय राजनीति के कारण घटना का स्वरूप बदलकर उसे इस प्रकार दिखाया गया है। मामले की जांच अभी भी जारी है।
बता दें कि इस मामले में नामजद किए गए सभी पांचों आरोपी गांव के ही हैं। पांच में से एक आरोपी नौशे अली को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है जबकि बाकी चार अभी भी फरार हैं। ये केस काफी पेचीदा होता जा रहा है। एक तरफ पीड़िता के माता-पिता और बड़ी बहन के साथ कुछ गांव वाले गैंगरेप की घटना से इनकार कर रहे हैं। वहीं पीड़िता के फूफा, बुआ और घटना के समय मौजूद चश्मदीद पुलिस और गांव के रसूखदार लोगों पर मामले को दबाने का आरोप लगा रहा है।