अमर को राज्यसभा भेजने पर सपा सुप्रीमो होंगे मुलायम या कठोर ?

Update: 2016-05-17 08:43 GMT

लखनऊ: समाजवादी पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक मंगलवार को विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा मुखिया मुलायम सिंह के आवास पर हुई। बैठक में सपा सुप्रीमो को राज्यसभा और एमएलसी के उम्मीदवारों का चयन करने के लिए अधिकृत किया गया है। मुलायम जुलाई में खाली होने वाली 11 राज्यसभा और 13 एमएलसी सीटों के लिए सदस्यों के नाम पर आखिरी फैसला लेंगे। हालांकि अमर सिंह राज्यसभा में भेजे जाएंगे या नहीं, इस पर अभी सस्पेंस बना हुआ है।

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में पूर्व सपा नेता अमर सिंह को राज्यसभा भेजे जाने को लेकर बोर्ड के सदस्य दो गुटों में बंट गएं। पार्टी के कई बड़े नेता अमर सिंह के नाम पर सहमत होते नहीं दिखाई दिए। इस बैठक में सीएम अखिलेश, कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव, आजम खान, रामगोपाल यादव और किरणमय नंदा मौजूद थे।

रामगोपाल और आजम ने किया विरोध

सूत्रों के अनुसार, बैठक में प्रोफेसर रामगोपाल यादव और कैबिनेट मंत्री आजम खां ने अमर सिंह के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोला। हालांकि सीएम ने बैठक में कुछ भी नहीं कहा। इस बीच पार्टी के यूपी प्रभारी शिवपाल सिंह यादव ने कई नाम सुझाये हैं। आज की बैठक में कोई हल न निकला पाने के कारण जल्द ही दोबारा बैठक की जा सकती है।

अंतिम फैसला लेेने के लिए मुलायम अधिकृत

बैठक में तय हुआ कि राज्यसभा और विधानपरिषद की रिक्त सीटों पर सपा मुखिया ही अंतिम फैसला लेंगे। पार्टी के महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने बताया कि इस बारे में फैसला लेने के लिए सपा मुखिया को अधिकृत किया गया है। फिलहाल अब उम्मीदवारों की लिस्ट जल्द ही जारी किए जा सकते हैं।

विधानपरिषद की रिक्त सीटों पर यूथ ब्रिगेड को वरीयता!

सूत्रों के अनुसार, बैठक में यह भी तक हुआ कि विधानपरिषद की रिक्त सीटों पर यूथ ब्रिगेड के नेताओं को वरीयता दी जाएगी। पार्टी के बड़े नेताओं ने इसके लिए सीएम अखिलेश यादव से प्रत्याशियों के नाम के सुझाव सपा मुखिया को देने को कहा है।

राज्यसभा की 7 और विधानपरिषद की 8 सीटें जीतने की​ स्थिति में सपा

वैसे तो राज्यसभा की 11 और विधानपरिषद की 13 सीटों के लिए सपा में दोवदारों की लंबी फेहरस्ति है, लेकिन पार्टी राज्यसभा की 7 और विधानपरिषद की 8 सीटें ही जीतने की​ स्थिति में है। सपा संसदीय बोर्ड की बैठक में इन नामों को लगभग अंतिम रूप दिया गया।

राज्यसभा पहुंचने को लेकर इन नामों की है चर्चा

-बिल्डर संजय सेठ।

-पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा।

-सपा के वरिष्ठ नेता रामजी लाल सुमन।

-कैबिनेट मंत्री माध्यमिक शिक्षा बलराम यादव। इनका विधानपरिषद का कार्यकाल 6 जुलाई को पूरा हो रहा है।

-मुलायम का एक महिला को राज्यसभा भेजने पर जोर। कनकलता फिर मिल सकता है मौका।

-विशंभर प्रसाद भी राज्यसभा में वापसी के दावेदार। मुस्लिम चेहरे को भी वरीयता।

-पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी व संभल के पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का नाम आगे।

Tags:    

Similar News