Mulayam Singh Yadav Ke Kisse: प्रधानमंत्री जी बचकर रहना, ये मेरा बेटा है'..जब अखिलेश ने सुनाया था मुलायम-मोदी का वो किस्सा
Mulayam Singh Yadav Ke Kisse: सीएम योगी के शपथ के बाद सभी नेता एक-दूसरे से मिल रहे थे। तभी मुलायम सिंह बेटे अखिलेश को प्रधानमंत्री से मिलवाने ले जाते हैं। दोनों नेता गर्मजोशी के साथ मिले। इस दौरान की एक फोटो भी काफी ज्यादा वायरल हुई थी।
Mulayam Singh Yadav Ke Kisse: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की छवि बेबाक रही है। कई बार विभिन्न मंच से वह ऐसी स्पष्ट बात कर गए हैं जिससे उनकी अपनी पार्टी के लोग भी चौंक गए। मुलायम सिंह यादव कई बार मंच पर ही बेटे अखिलेश (Akhilesh Yadav) से उनके ही कामकाज पर सवाल पूछ चुके हैं। अखिलेश इस पर सफाई देते भी नजर आ चुके हैं।
लेकिन आज किस्सा 2017 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav 2017) के दौर की। इस चुनाव में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party- SP) को हार का सामना करना पड़ा था। चुनाव परिणाम आने के बाद अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी (Mukhyamantri Ki Kursi) छोड़नी पड़ी थी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने चुनाव बाद योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को अपने मुख्यमंत्री (UP Mukhyamantri) के रूप में पेश किया था। ये किस्सा उसी मंच का है जहां योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ (Mukhyamantri Pad Ki Shapath) ली थी।
मुलायम ने अखिलेश को मिलवाया था पीएम से
योगी के शपथ ग्रहण समारोह (Yogi Ka Shapath Grahan Samaroh) के दौरान मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमित शाह (Amit Shah) सहित बीजेपी के कई बड़े नेता (BJP Neta) मौजूद थे। इस दौरान यूपी के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री और पिता-पुत्र मुलायम सिंह यादव तथा अखिलेश भी मौजूद थे।
सीएम योगी के शपथ के बाद सभी नेता एक-दूसरे से मिल रहे थे। तभी मुलायम सिंह बेटे अखिलेश को प्रधानमंत्री से मिलवाने ले जाते हैं। दोनों नेता गर्मजोशी के साथ मिले। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी, अखिलेश की पीठ पर हाथ भी रखते हैं। इस मुलाकात में सभी हंसते नजर आए।
तब सुर्खियों में रहा था वह दृश्य
इस मुलाकात की एक तस्वीर तब सुर्खियों में रही थी, जिसमें मुलायम पीएम मोदी के कानों में कुछ कहते देखे गए थे। तब हफ्ते भर मीडिया में यही छाया रहा कि मुलायम ने आखिर क्या कहा था? इसका जवाब काफी समय बाद एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने दिया। अखिलेश से पूछा गया, "जब शपथ ग्रहण हो रहा था, तो पीएम मोदी के पास आप नेताजी के साथ जाते हैं। क्या हम जान सकते हैं कि आप दोनों के बीच क्या बातचीत हुई?"
'मैं कह दूंगा तो आप सच नहीं मानोगे'
इस सवाल के जवाब में अखिलेश यादव कहते हैं, "मैं कह दूंगा तो आप सच नहीं मानोगे। नेताजी ने कहा था, प्रधानमंत्री जी जरा बचकर रहना, ये मेरा बेटा है।" उनके इस बात पर टीवी कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग हंस पड़ते हैं। इसी बातचीत में अखिलेश से जब यूपी विधानसभा चुनावों में हार का कारण पूछा गया तो उनका कहना था कि उनके द्वारा किए गए काम पर धर्म की राजनीति हावी हो गई।
'...अपने भाई के साथ वहां मत जाना'
इसी कार्यक्रम में अखिलेश यादव के काम की सराहना करते हुए एक आमंत्रित गेस्ट कहती हैं, "आपने गोमती रिवर फ्रंट व्यू बनाया। मैं इसके लिए आपका शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।" इस पर अखिलेश ने जवाब देते हुए कहा, " शुक्रिया, इसके लिए। लेकिन आप कभी अपने भाई के साथ वहां मत जाना।" अखिलेश के इतना कहते ही वहां उस कार्यक्रम में हंसी के फव्वारे छूट पड़े। इस कार्यकर्म में अखिलेश ने कई और रोचक बातें बतायी थी।
'द टेलीग्राफ' का अलग दावा
हालांकि जब पीएम मोदी और मुलायम सिंह यादव के मंच पर मिलने और कान में कुछ कहने वाली तस्वीर पर चारों और चर्चा होने लगी थी कि तब अंग्रेज़ी अख़बार 'द टेलीग्राफ' ने इस पर खबर छापी थी। अंग्रेजी दैनिक के हवाले से कहा गया था कि मुलायम सिंह ने पीएम मोदी के कान में कहा था,"अखिलेश का ख्याल रखिएगा।" यही नहीं मुलायम ने कहा था, अखिलेश को सिखाइए। 'द टेलीग्राफ' ने यह खबर बीजेपी के एक बड़े नेता के हवाले से छापी थी।
खैर, बातें जो भी हुई हों, उन बड़े नेताओं के बीच। लेकिन मीडिया की सुर्खियां तो बनी। अखिलेश यादव की बात सच हो या अखबार की। लेकिन आज भी जब वो वीडियो टीवी चैनलों या सोशल मीडिया के जरिए आम जनता तक पहुंचता है तो मन में यही सवाल आता है, आखिर बात क्या हुई थी।
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