लखनऊ: मशहूर शायर मुनव्वर राणा को दिल का दौरा पड़ने से सोमवार को लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया। राणा की तबीयत नाजुक बताई जा रही है।
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परिजनों का कहना है कि उन्हें लंबे समय से फेफड़े में संक्रमण की समस्या थी। रविवार रात उनकी तबीयत खराब होने पर उन्हें डिवाइन अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें पीजीआई रेफर कर दिया गया था। यहां भी उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है।
पीजीआई अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, उनकी हालत बेहद नाजुक है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है।
बताया जा रहा है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा है। हाल ही में मुनव्वर राणा दिल्ली के एम्स से इलाज करा के लौटे थे।
26 नवंबर, 1952 को रायबरेली जिले में जन्में शायर मुनव्वर राणा कई सम्मानों से सम्मानित हो चुके हैं। असहिष्णुता को लेकर सम्मान वापसी के दौरे में उन्होंने भी पुरस्कार वापस किए थे।
आगे देखिए उनके कुछ खास शेर :
मैंने रोते हुए पोंछे थे किसी दिन आँसू
मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना
लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती
बस एक माँ है जो मुझसे ख़फ़ा नहीं होती
मुसीबत के दिनों में हमेशा साथ रहती है
पयम्बर क्या परेशानी में उम्मत छोड़ सकता है
जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा
मैं अपनी माँ का आखिरी ज़ेवर बना रहा
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई
मैं घर में सब से छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई
ऐ अँधेरे! देख ले मुँह तेरा काला हो गया
माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
ख़ुद को इस भीड़ में तन्हा नहीं होने देंगे
माँ तुझे हम अभी बूढ़ा नहीं होने देंगे