आगरा: नगर निगम चुनावों में चारों बड़ी पार्टियां कड़ी मशक्कत के बाद मेयर पद का उम्मीदवार घोषित कर पाई हैं। जहां भाजपा ने पूर्व डिप्टी मेयर और प्रदेश यूपी कोषाध्यक्ष नवीन जैन को अपना मेयर प्रत्याशी बनाया है, वहीं सपा ने पूर्व प्रदेश सचिव राहुल चतुर्वेदी पर दांव खेला है।
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जहां कांग्रेस पुराने कांग्रेसी नेता विनोद बंसल के सहारे चुनाव वैतरणी पार करने की कोशिश में है, तो वहीं बसपा ने एक सामाजिक और आगरा के प्रतिष्ठित व्यक्ति दिगंबर धाकरे को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। इन सबके बीच आम आदमी पार्टी भी राजेश गुप्ता को लेकर अपनी ताल ठोंकते नजर आ रही है। प्रत्याशी चाहे जितने भी हो लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी सपा और बसपा के बीच में दिखाई दे रहा है।
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नवीन जैन, बीजेपी : बीजेपी पार्टी से जुड़े कद्दावर नेता, पीएनसी कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर, सामजिक और राजनैतिक क्षेत्र में पहचान के साथ-साथ पार्टी के लिए समर्पित, पूर्व में डिप्टी मेयर रहे नवीन जैन अब पार्टी में उप कोषाध्यक्ष के पद का निर्वहन कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इनकी टिकट फाइनल कराने में एससी आयोग के चेयरमन राम शंकर कठेरिया और प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल का सबसे बड़ा हाथ है। बीजेपी में बागियों की संख्या बढ़ने से सबको साथ लेकर चलना चुनौती साबित होगा। वहीं लगातार 20 सालों से मेयर पद बीजेपी पर होने के बावजूद शहर में विकास दिखाई न देना चुनौतीपूर्ण साबित होगा।
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राहुल चतुर्वेदी, सपा : सपा के युवा नेता राहुल चतुर्वेदी युवा संगठन में शहर अध्यक्ष से लेकर प्रदेश सचिव जैसे पदों का निर्वहन कर चुके हैं। ब्राम्हण और मुस्लिम समाज में अच्छी पैठ रखने वाले राहुल सपा सरकार में नामित पार्षद भी थे। अपनी बेदाग़ छवि और जुझारूपन के कारण राहुल इस बार पहली बार सपा को मुख्य मुकाबले में खड़ा करने में कामयाब होते दिखाई दे रहे हैं, वहीं जिस तरह से मुस्लिम और ब्राम्हण राहुल के साथ खड़े नजर आ रहे हैं, परिणाम अप्रत्याशित भी हो सकते हैं।
दिगंबर धाकरे, बसपा : हमेशा से चुनौती देते हुए दूसरे नंबर पर रहने वाली बसपा इस बार गुटबाजी और भीतरघात से जूझती हुई नजर आ रही है। विधानसभा चुनावों में मिली हार से बसपाई अबी तक उबरे नहीं है। ऐसे में एक सामजिक व्यक्ति दिगंबर धाकरे को बसपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है। बसपा इस चुनाव में मुस्लिम जाटव गठजोड़ के साथ ठाकुर मतों को जोड़कर चुनावी वैतरणी पार करने की जद्दोजहद में उलझी नजर आ रही है।
विनोद बंसल, कांग्रेस : हर चुनाव की तरह इस चुनाव में भी कांग्रेस सिर्फ औपचारिकता पूरी करती दिखाई दे रही है। स्कूल संचालक और पुराने कांग्रेसी विनोद बंसल को मैदान में उतारा है, लेकिन आपसी गुटबाजी की वजह से कांग्रेस अभी से मुख्य मुकाबले से बाहर नजर आ रही है।
राजेश गुप्ता, आप: आम आदमी पार्टी ने फर्नीचर व्यवसायी राजेश गुप्ता को अपना प्रत्याशी बनाया है। शहर के लिए अनजान व्यक्ति को आम आदमी पार्टी ने प्रत्याशी बनाकर दिखाया है कि वो सिर्फ औपचारिकता पूरी करने को मैदान में है।