नगर विकास विभाग में निकाय चुनाव को लेकर गतिविधियां तेज, परिसीमन का काम जल्द होगा पूरा
Municipal elections 2022: नगर विकास विभाग के अनुसार वार्ड गठन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वार्डों का आरक्षण किया जाएगा और इसके बाद मेयर और अध्यक्ष की सीटों का आरक्षण होगा
Municipal elections 2022: इस साल अक्टूबर नवम्बर में होने वाले नगर निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश का नगर विकास विभाग सक्रिय हो गया है। परिसीमन का कार्य शुरू हो गया है। प्रदेश के नगर विकास मंत्री अरविन्द शर्मा ने कहा है कि परिसीमन का कार्य समय से पूरा कर लिया जाएगा।
2017 में 652 नगर निकायों में चुनाव हुए थे
उल्लेखनीय है कि इससे पहले जब पिछली योगी सरकार में यानी वर्ष 2017 में 652 नगर निकायों में चुनाव हुए थे। लेकिन अब इनकी संख्या बढ गयी है और इस साल 734 नगर निकायों में चुनाव होंगे। इस प्रकार पिछले पांच वर्षों में 82 नए नगर निकाय बढ़ गए हैं। वर्ष 2017 में 16 नगर निगम, 198 नगरपालिका और 438 नगर पंचायतों में चुनाव कराए गए थे। जबकि इस बार 17 नगर निगम, 200 नगरपालिका और 517 नगर पंचायतों में चुनाव कराए जाएंगे।
नगर विकास विभाग के अनुसार वार्ड गठन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वार्डों का आरक्षण किया जाएगा और इसके बाद मेयर और अध्यक्ष की सीटों का आरक्षण होगा। विभागीय मंत्री के साथ जल्द ही अधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें फार्मूला तय करने के बाद प्रस्ताव मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा। उधर जनगणना के ताजा आंकड़ों के नहीं होने के कारण सरकार की ओर से अनुमानित आंकड़ों के आधार पर ही नगर निकायों के परिसीमन के काम को चुनाव से पहले नए गठित नगर निकायों में वार्डों का गठन होना है।
कैबिनेट की बैठक में एक प्रस्ताव रखा जाएगा
वार्डो के परिसीमन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाती है वैसे ही वार्डों का आरक्षण किया जाएगा। इसके बाद महापौर और सभासदों की सीटों का आरक्षण होगा। उसके बाद इस प्रस्ताव को कैबिनेट की बैठक में एक प्रस्ताव रखा जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ इन चुनावों में अधिक से महापौरों और सभासदों की जीत के लिए भाजपा सरकार ने नगर निकार्यो में सुधार के लिए सभी नगर आयुक्तों, अधिशासी अधिकारियों से कहा है कि 60 दिवसीय अभियान के तहत 15 जून तक सभी नगरीय निकायों में साफ सफाई एवं सौन्दर्यीकरण के जो भी कार्य किये गये हैं, उसे आगे भी जारी रखा जाए। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी आवश्यक हो सफाई कर्मियों की संख्या को बढ़ाया जाए। जिससे कि साफ सफाई, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन एवं कूड़ा उठान की स्थिति में सुधार किया जा सके।