बनारस में पिता-पुत्र की बम से उड़ाकर हत्या, डेटोनेटर का इस्तेमाल होने से पुलिस भी सहमी
वाराणसी: अभी तक आपने आतंकी घटनाओं में ही डेटोनेटर और आईईडी जैसे विस्फोटक पदार्थों का इस्तेमाल देखा होगा। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक जमीनी विवाद में पिता-पुत्र की हत्या के लिए विस्फोटक का सहारा लिया गया। चौबेपुर स्थित मिलकोपुर गांव में मंगलवार की देर रात बदमाशों ने खरी-चूना व्यवसायी पिता-पुत्र की विस्फोटक से उड़ाकर हत्या कर दी। आलम ये था कि घटनास्थल के चालीस मीटर तक तक सिर के हिस्से मिले। इस सनसनीखेज घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। मौके पर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, ग्रमीण पुलिस अधीक्षक, सीओ तथा थाने की पुलिस टीम के साथ साथ फॉरेन्सिक टीम भी पहुंच गयी है।
विस्फोटक का इस्तेमाल होने की संभावना
एसएसपी आनंद कुलकर्णी के मुताबिक घटनास्थल के पास डेटोनेटर के टुकड़े भी मिले हैं। कातिलों ने पिता-पुत्र को उड़ाने के लिए आईईडी का प्रयोग किया है, ऐसे प्रथम दृष्टया लग रहा है। फिलहाल फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया यही प्रतीत हो रहा है कि घटना के वक्त दोनों के सिर के पास विस्फोटक रखकर तार के सहारे 50 मीटर दूर से ब्लास्ट कराया गया है। इसमें दोनों के सिर के परखच्चे उड़ गये हैं। लोगों के अनुसार पहली बार इतने दुर्दान्त तरीके से किसी घटना को अंजाम दिया गया है।
जमीन को लेकर चल रहा था विवाद
खरी-चूना व्यवसायी लालजी यादव और उनके बेटे अजय यादव का जमीन को लेकर कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। पुलिस को आशंका है कि इसी विवाद में वारदात को अंजाम दिया गया है। ग्रामीणों के मुताबिक मंगलवार की रात जब उन्होंने धमाके की आवाज सुनी तो सोचा टायर फटा है। लेकिन कुछ देर बाद ही घर में चीखपुकार सुनकर लोगों के होश फाख्ता हो गए। घर के दरवाजे पर पिता-पुत्र के चिथड़े उड़े हुए थे। सिर बिल्कुल गायब हो चुका था। घटना की सूचना मिलने पर सुबह ग्रामीणों ने बलुआ-आशापुर मार्ग जाम कर दिया।