हार पर रार: चुनाव नतीजे के बाद पश्चिमी यूपी में भाजपा में कलह हुई तेज, बालियान और संगीत सोम अब खुलकर आमने-सामने
UP News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट की खूब चर्चा हो रही है जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को सपा के हरेंद्र मलिक से हार का सामना करना पड़ा है।
UP News: लोकसभा चुनाव में इस बार उत्तर प्रदेश में भाजपा को करारा झटका लगा है जबकि सपा-कांग्रेस गठबंधन काफी मजबूती के साथ उभरा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी इंडिया गठबंधन ने ताकत से दिखाते हुए भाजपा को बैकफुट पर धकेल दिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट की खूब चर्चा हो रही है जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को सपा के हरेंद्र मलिक से हार का सामना करना पड़ा है।
मुजफ्फरनगर में मिली इस हार के बाद संजीव बालियान ने संगीत सोम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है। संगीत सोम की ओर इशारा करते हुए उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि पार्टी के कुछ लोग यहां समाजवादी पार्टी को चुनाव लड़ा रहे थे। ऐसे लोग यहां बड़ी पोजीशन हासिल करने के साथ ही सरकारी सुविधा का भी लाभ उठा रहे हैं। ऐसे लोगों पर पार्टी ध्यान देगी और कार्रवाई करेगी। अब संगीत सोम भी बालियान पर पलटवार की तैयारी में जुट गए हैं।
बालियान ने बोला संगीत सोम पर हमला
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर इस बार संजीव बालियान को करीब साढ़े 24 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। बालियान की इस हार से भाजपा को करारा झटका लगा है। चुनावी हार के बाद बालियान ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम का नाम लिए बगैर कहा कि शिखंडी ने अंदर रहकर बाहर वालों के लिए काम किया और सपा को चुनाव लड़वाया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जो जयचंद की भूमिका में रहे,उन पर पार्टी कार्रवाई करेगी।
हार के कारणों के बारे में पूछे जाने पर संजीव बालियान ने कहा कि इस बार के चुनाव में मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण और हिंदू जातियों में बिखराव दिखा। हिंदुओं की वोटिंग कम और मुसलमानों की ज्यादा हुई है।
संजीव बालियान की हार पर संगीत सोम ने कहा था कि चुनाव में हार-जीत तो चलती रहती है। चुनाव प्रचार के दौरान भी दोनों नेताओं में तनातनी बनी हुई थी। अब संजीव बालियान के हमले के बाद आज संगीत सोम भी प्रेस वार्ता के जरिए जवाबी पलटवार करने वाले हैं।
2022 से दोनों नेताओं में चल रहा विवाद
वैसे संजीव बालियान और संगीत सोम के बीच यह विवाद पिछले दो सालों से चल रहा है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में संगीत सोम को हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के पीछे जाटों का वोट परसेंट कम होने को बड़ा कारण माना गया था। संगीत सोम ने इस हार का ठीकरा संजीव बालियान के सिर पर फोड़ा था। धीरे-धीरे दोनों नेताओं के बीच यह विवाद काफी बढ़ गया और इस बार के लोकसभा चुनाव में खुलकर सामने आ गया।
लोकसभा चुनाव के दौरान संगीत सोम ने संजीव बालियान को सबक सिखाने की पूरी कोशिश की और तरह-तरह के बयान दिए। उन्होंने कुछ इलाकों में पंचायतें भी कीं।
बालियान की हर में सोम की बड़ी भूमिका
खतौली विधानसभा क्षेत्र के राजपूतों के एक गांव में बालियान के काफिले पर हमला भी हुआ था। इस हमले की साजिश का आरोप भी संगीत सोम पर ही लगा था। सपा प्रत्याशी हरेंद्र मलिक के साथ संगीत सोम के चुनाव प्रचार का एक वीडियो भी वायरल हुआ था।
अब यह बात खुलकर सामने आ गई है की बालियान की चुनावी हार में संगीत सोम की बड़ी भूमिका रही है। बालियान को चुनाव हराने के लिए संगीत सोम ने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। संगीत सोम के अपने गांव में भी भाजपा पिछड़ा गई है। इसके साथ ही सोम के विधानसभा क्षेत्र सरधना में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।
दोनों नेता अब खुलकर आमने-सामने
भाजपा के फायर ब्रांड विधायक माने जाने वाले संगीत सोम के विरोध के कारण कई इलाकों में राजपूत मतों का भारी बंटवारा हुआ जिससे भाजपा को सियासी नुकसान उठाना पड़ा। राजपूत समाज की ओर से कई सभाएं और पंचायतें की गईं। इसका नतीजा यह हुआ कि हिंदू मतों का तो बंटवारा हो गया मगर मुस्लिम वोट पूरी तरह सपा प्रत्याशी के पक्ष में पड़े।
अब इस मुद्दे को लेकर सियासी तकरार तेज हो गई है। और संजीव बालियान व संगीत सोम खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि यदि भाजपा नेतृत्व की ओर से इस मामले में दखल नहीं दिया गया तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा की यह आंतरिक कलह और तेज हो सकती है।