Muzaffarnagar: तीन धर्म स्थलों पर चला बाबा का बुलडोजर, राजमार्ग निर्माण मे आ रहे थे आड़े, की गई कार्रवाई
Muzaffarnagar: मंगलवार को उप जिलाधिकारी सदर परमानंद झा ने पुलिस टीम के साथ मिलकर राजमार्ग निर्माण के बीच में आ रहे 3 धार्मिक स्थल को हटवाया।
Muzaffarnagar: जनपद में इन दिनों पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग 709 ए-बी (Panipat Khatima National Highway 709 A-B) का निर्माण चल रहा है। जिसके चलते तितावी थाना क्षेत्र में तीन धार्मिक स्थल राजमार्ग निर्माण के बीच में आ रहे थे। जिसको देखते हुए मंगलवार को उप जिलाधिकारी सदर परमानंद झा ने पुलिस टीम के साथ मिलकर जेसीबी की मदद से इन धार्मिक स्थल को हटवाने का काम किया है।
3 धार्मिक स्थलों को जेसीबी की मदद से हटवाया
दरअसल आपको बता दें कि तितावी थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के बीच में रोड़ा बने 3 धार्मिक स्थलों में से एक खुशहाल पीर, एक तितावी थाने में स्थित मंदिर ओर एक धौलरा गांव में स्थित मंदिर को प्रशासन द्वारा जेसीबी की मदद से हटवा दिया गया है। अब इन धार्मिक स्थलों के लिए प्रशासन द्वारा अलग जगह सुनिश्चित की गई है जहां पर इन दोनों मंदिर और मजार का निर्माण कराया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजमार्ग में बाधा बने 6 धार्मिक स्थलों में से तीन को तो कल हटवा दिया गया है लेकिन अभी भी तीन ओर धार्मिक स्थल बचे है। जिनको प्रशासन द्वारा राजमार्ग से हटवाया जाएगा, जिसके बाद ही इस पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग का काम आगे बढ़ सकेगा।
पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग के काम के चलते हटाए गए धार्मिक स्थल: उप जिलाधिकारी
इस बारे ने अधिक जानकारी देते हुए उप जिलाधिकारी सदर परमानंद झा ने बताया कि जनपद मुजफ्फरनगर के पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक गांव है घोलारा और तितावी दोनों गांव में धार्मिक स्थल बने हुए थे। लोगों की आस्था का केंद्र था। यह स्ट्रक्चर 25 साल पुराना था और वहां के संबंधित वह प्रबंधक को इस बारे में पहले भी अवगत कराया गया था कि वह इन को पहले ही हटा ले इनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई, जिस कारण यह निर्णय लिया गया। एक विशेष धार्मिक स्थल था खुशहाल पीर के नाम से जो जाना जाता है। जिसको हमने हटाया दूसरा थाना परिसर में जो मंदिर बने हुए थे वो उसकी जद में आ रहा था। उसको भी हम लोगों ने हटाया है।
मंदिर के लिए थाना परिसर में कराई गई भूमि उपलब्ध
गांव धौलरा में भी एक मंदिर था उसकी दीवार भी हटाई गई है। उन्होंने बताया कि उनको 1 सप्ताह का समय दिया गया है जगह का चयन कर मंदिर से मूर्तियां का स्थानांतरण करा ले ताकि हम इसको गिरा सके। पीर को उनकी व्यक्तिगत भूमि पर ही पीछे स्थानांतरित किया जा रहा है। मंदिर के लिए थाना परिसर में ही एक भूमि उपलब्ध कराई गई है इसमें हम निर्माण करेंगे।धौलरा में भी कल ग्राम प्रधान को बुलाकर गौशाला के समीप उनकी जगह को चिन्हित कर लिया गया है। गांव परिणाम में भी एक धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया गया है उसको भी एक हफ्ते का समय दिया गया है। 3 धार्मिक स्थलों ग्रामीणों ने स्वयं हटा लिया है।