Muzaffarnagar News: राणा सांगा पर सपा नेता के बयान का राकेश टिकैत ने दिया जवाब, कहा- सांसदों को अब कुछ काम नहीं
Muzaffarnagar News: सपा नेता रामजीलाल के द्वारा राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान को लेकर राकेश टिकैत का भी एक बड़ा बयान सामने आया है।;
Muzaffarnagar News: सपा नेता रामजीलाल के द्वारा राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान को लेकर राकेश टिकैत का भी एक बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि सांसदों को अब काम तो कुछ रहा नहीं है यह भी हिंदू मुस्लिम में लग गए हैं। उन्होंने कहा कि लगना है तो खेती किसानी पर लगो पेड़ लगाने पर लग जाओ और किसी काम धंधे पर लग जाओ और जो हिंदू संगठन है वह मंदिरों पर लग जाए जो गांव के मंदिर टूटे पड़े हैं उन्हें ठीक करें बहुत लोग कन्वर्ट हो रहे हैं उनकी रोकथाम करें और अगर हिंदू मुद्दे पर ही काम करना है तो जो एससी समाज था वह पूरा बुद्धिस्म की तरफ जा रहा है यही रोक लो गांव-गांव में इस पर काम कर लो झगड़ा क्यों कर रहे हो वह सांसद भी हिंदू है झगड़ा करके उसको भी भगाओगे क्या तो ये काम ना करो यह तो वोट बैंक की राजनीति देश में हो रही है ना कोई धर्म की बातें हो रही है ना कोई धर्म-कर्म पर काम कर रहा है।
सांसदों को कुछ काम नहीं रहा- राकेश टिकैत
आपको बता दे की रविवार को नगर में सिख समुदाय का एक धार्मिक कार्यक्रम था। जिसमें राकेश टिकैत भी हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाई सांसदों को काम तो कुछ रहा नी यह भी हिंदू मुस्लिम में लग गए। उन्होंने कहा की भाई खेती किसानी पर लग जाओ, पेड़ लगाने पर लग जाओ। किसी और काम धंधे पर लग जाओ और जो हिंदू संगठन है वह कम से कम मंदिरों पर लग जावे गांव के मंदिर टूटे पड़े हैं उन्हें कम से कम ठीक तो करें लोगों को जहां भजन कीर्तन हो जाये वहाँ पर जो वहां पर बहुत लोग कन्वर्ट हो रहे हैं उनको रोकथाम करने का काम करें या झगड़े का एक काम रह गया हर टाइम भाई आप जंगलों में जाओ वहां पर लोग कन्वर्ट हो रहे हैं।
अगर हिंदू मुद्दे पर ही काम करना है जो एससी समाज था वह पूरा बुद्धिस्म की तरफ जा रहा उनके साथ झगड़ा किया हुआ है भाई है यही रोक लो गांव गांव में इस पर काम कर लो झगड़ा क्यों कर रहे वह सांसद भी हिंदू है झगड़ा करके उसको भी भगाओगे तो यह ना काम करो यह तो वोट बैंक की राजनीति देश में हो रही ना कोई धार्मिक बातें हो रही ना कोई धर्म कर्म पर कोई काम कर रहा है ना कोई बात कर रहा है ना मजदूरों पर बात हो रही ना किसान पर बात हो रही ना नौजवान पर बात हो रही सिर्फ वोट कैसे बढ़ेगी उसे पर बात हो रही है पता नहीं हमको नहीं पता वहां पंचायत हो रही है पंचायत को करने वाले लोग हैं मैं तो सामाजिक संगठन चलता नहीं जो सामाजिक संगठन चलाते हैं जानते हैं देखो जाट समाज पर बयान वही देंगे मैं तो चलाता हूँ।
किस संगठन मेरा कोई समर्थन नहीं है ना मैं ना करता ना मेरा समर्थन है पंचायत है वह समाज की पंचायत है वह लोग करें उसे पर जवाब वही देंगे कल ब्राह्मण समाज की होती है मैं उसमें भी जाता हूं कल एससी समाज की होगी मैं उसमें भी जाता हूं लेकिन जो उनको ऑर्गनाइजेशन है जो उनका उद्देश्य हैं वही उस पर बयान देंगे हां यह रख देगे भाई कर लो बयान बाजी करने से कुछ थोड़ा ही हो रहा है कर लो काम जाओ तो वहां तक तोड़फोड़ करो पंजाब में करीब 1400 के आसपास गिरफ्तारी हुई हमने सरकार को यह कहा कि उनको रिहा करें और हमारी 28 तारीख में वहां पर मीटिंग है 28 तारीख तक वह रिहा नहीं होते तो पंजाब की यूनिट जो निर्णय लेगी हम उसके साथ में हैं पंजाब सरकार के खिलाफ भी एक आंदोलन होगा लेकिन हमारा जो मेन उद्देश्य है वह भारत सरकार का है।
उसको ही फसलों के दाम बढ़ाने हैं उसको ही काम करना पंजाब सरकार ने जितना षड्यंत्र के तहत किसानों हटाया है। जो बुलडोजर चला है उसकी सजा पंजाब सरकार को मिलेगी यह नहीं पता हमने यह कहा है जो भी पंजाब की यूनिट है वह जो फैसला लेगी हम उसके साथ में हैं झगड़ा करवा रहे भाई पंजाब में हिंदू और सिख करवा रहे हैं गुजरात में जायेगे तो मराठा का है हरियाणा में जाएंगे तो जाट वर्सिस है यहां पर जाएंगे तो हिंदू मुस्लिम में इन सब चीजों से बचना पड़ेगा।
अभी उत्तराखंड में भी प्लेन और पहाड़ का विवाद है हमको उन सब चीजों से बचना पड़ेगा जातीय हिंसा से दूर रहना पड़ेगा सरकारों की मंशा है कि देश में जातीय हिंसा हो समाज आपस में बटे और हम वोट का अपना काम करते रहे हमारा एक क्वेश्चन यह है जो दिल्ली में साढ़े सात सौ किसान शहीद हुए थे बीजेपी के लोगों से जब भी आप इंटरव्यू लो यह बताओ कि उनके बारे में आपका क्या कहना यह हमारा क्वेश्चन है यह भी पूछा करो वे कोई भी बयान उसे पर नहीं देते साढ़े सात सौ किसान शहीद हुए कोई बयान बाजी उस पर नहीं है उनकी उनसे जरूर क्वेश्चन लिया करो जो आपके करीब 11 क्वेश्चन वहां से नागपुर से उसमें क्वेश्चन हमारा भी जोड़ लो कर लेने दो इफ्तार पार्टी में सारे जाते थे।