एन-95 मास्क माँगना पड़ा महँगा, 5 स्टाफ नर्सेज को थमाये नोटिस

चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आदेश कुमार ने 24 अप्रैल को हेल्थ केयर वर्करों की सुरक्षा हेतु तीन बिंदुयों का आदेश जारी किया जिसमें नॉन कोविड चिकित्सालय में मरीजो की देखभाल के हेल्थ वर्करों के लिए प्लास्टिक गाउन, थ्री लेयर मास्क, हेड कैप और ग्लब्स को पहनना अनिवार्य किया गया।

Update:2020-05-07 18:25 IST

इटावाः सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में स्टॉफ नर्सो को एन-95 मास्क मांगने पर नोटिस दिया गया है कि क्यों न उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाए।

स्टाफ नर्सों को 23 अप्रैल को विश्वविद्यालय के चिकित्सा अधीक्षक आदेश कुमार के कार्यालय के बाहर एकत्रित होकर घेराव कर उनसे एन-95 मास्क की माँग करना महँगा पड़ गया है। अब विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुरेश चंद्र शर्मा ने अपने 5 अलग अलग पत्रांको के माध्यम से 4 मई को 5 स्टॉफ नर्स अंकित, आशा वर्मा, सत्येंद्र चौधरी, सुदेश कुमार भारती, अनिता अन्नू को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में स्टाफ नर्सों से 3 दिन में लिखित स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। स्पष्टीकरण ना देने पर अनुशासनिक कार्यवाही करने की चेतावनी दी गयी है।

चिकित्सा अधीक्षक के पत्र 166 दिनाँक 27 अप्रैल का हवाला देते हुए नोटिस में एमएस कार्यालय का अन्य स्टॉफ नर्सिंग स्टॉफ के साथ एकत्रित होकर एन-95 मास्क की माँग करते हुये ड्यूटी छोड़कर सभी नर्सिंग स्टॉफ को भड़काकर ड्यूटी छोड़ने का आरोप लगाया गया है।

क्या है पूरा मामला

मामला 23 अप्रैल का है। विश्वविद्यालय में स्टॉफ नर्स की संख्या लगभग 547 है। 22 अप्रैल को फिरोजाबाद की नाजिया परवीन की कोरोना टेस्टिंग की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्टॉफ में हड़कंप मच गया था। उसके अगले ही दिन आगरा से 69 कोरोना पॉजिटिव मरीजो के कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती हो जाने से नॉन कोविड स्टॉफ एन-95 मास्क ना मिलने के कारण अपनी जिंदगी की सलामती को लेकर भयभीत था। इस वजह से 23 अप्रैल को चिकित्सा अधीक्षक आदेश कुमार के कार्यालय का घेराव कर एन-95 मास्क की माँग की गई। यह पूरी बात कुलसचिव के 4 मई के कारण बताओ नोटिस में दी गई है।

चिकित्सा अधीक्षक ने 24 अप्रैल को किया जारी आदेश

चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आदेश कुमार ने 24 अप्रैल को हेल्थ केयर वर्करों की सुरक्षा हेतु तीन बिंदुयों का आदेश जारी किया जिसमें नॉन कोविड चिकित्सालय में मरीजो की देखभाल के हेल्थ वर्करों के लिए प्लास्टिक गाउन, थ्री लेयर मास्क, हेड कैप और ग्लब्स को पहनना अनिवार्य किया गया। नॉन कोविड इमरजेंसी में तैनात हेल्थ वर्करों को प्लास्टिक गाउन, एन-95 मास्क, हैड केप,ग्लब्स और शू कवर की अनिवार्यता की गई। वही इमरजेंसी के ओटी में लगे हेल्थ वर्करों को पीपीई किट, एन-95 मास्क, शू कवर, हेड कैप और ग्लब्स की अनिवार्यता लागू की गई। उक्त आदेश का पालन कड़ाई से करने के निर्देश दिये गए।

नर्सिंग स्टॉफ कर्मचारियों के साथ ऐसा भेदभाव क्यों!!

नॉन कोविड स्टॉफ का कहना है कि हम लोग भी वार्ड टू वार्ड मरीजो के टच में रहते हैं तो हमको मास्क क्यों नही, नर्सिंग के लिए थ्री लेयर मास्क क्यों ? एक तरफ सरकार हेल्थ वर्करों पर फूलो की बारिश कर उनका उत्साहवर्धन में लगी है, सेना के हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा इसका जीता जागता उदाहरण है लेकिन सैफई विश्वविद्यालय के 5 हेल्थ वर्करों को कारण बताओ नोटिस का गुलदस्ता थमाया गया।

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