लखनऊ: केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने यूपी के सीएम अखिलेश यादव पर अल्पसंख्यक कल्याण की योजनाओं में सहयोग न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 2 हजार करोड़ से ज्यादा की धनराशि अल्पसंख्यक समाज के बच्चों की पढ़ाई के लिए दिए जा रहे हैं।
उनका आरोप है कि अल्पसंख्यक कल्याण मद में केंद्र सरकार से मिले धन का युटिलाइजेशन सर्टिफिकेट भी यूपी सरकार नहीं देती है। इससे बाकी का फंड रिलीज़ करने में दिक्कतें आती हैं। नजमा हेपतुल्ला अपने एक दिवसीय लखनऊ यात्रा के दौरान भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर भाजपा नेताओं से मुलाक़ात करने आई थीं।
वक्फ बोर्ड पर साधा निशाना
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने वक्फ बोर्ड पर निशाना साधते हुए कहा, 'अब तक यूपी वक्फ बोर्ड की 1.5 लाख करोड़ की संपत्ति का ब्यौरा नहीं दे रहा है। यदि जल्द ही ब्यौरा नहीं मिला तो मुझे धरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
और क्या कहा नजमा ने?
-नजमा हेपतुल्ला ने बताया कि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय 86 लाख बच्चों को प्री मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक तथा मेरिट कम मीन्स केटेगरी को स्कॉलरशिप के माध्यम से शिक्षित करने में सहयोग कर रही है।
-इस योजना में 30 फीसदी सीटें महिलाओं के आरक्षित हैं।
-इतना ही नहीं अब तक लगभग 25 हजार अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को स्किल डेवलपमेंट योजना के माध्यम से प्राशिक्षित किया जा चुका है।
यूपी सरकार का बिलकुल नहीं मिल रहा सहयोग
नजमा हेपतुल्ला ने अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार केवल अल्पसंख्यकों के कल्याण का ढिंढोरा पीटती है। लेकिन अल्पसंख्यकों की शिक्षा, रोजगार, तकनीकी विकास के बेहतरी के लिए मोदी सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों में बिलकुल सहयोग नहीं करती।
वक्फ बोर्ड के अधिकारी नहीं पहुंचते मीटिंग में
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा, कि यूपी सरकार वक्फ बोर्ड के मंत्री और अधिकारी नेशनल वक्फ काउसिंल की बैठकों में नहीं आते और न ही पत्रों का जबाव देते हैं।