बहराइच: 'हैल्लो..एनडीआरएफ वाले साहब बोलत हव...। हमरे गांव में पानी आवै लगा है। हमरे घरवा मा पांव तक आए गवा है। पनिया बहुत तेज बाढ़त है.. लागत है सुबेरवा ले हम सबै डूब जाइबे। हमका लोगन का बचाए लेव साहेब... । ये व्यथा प्रदेश के बहराइच जिले के एक ग्रामीण ने देर रात एनडीआरएफ टीम को फोन के माध्यम से बताई। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ की टीम अपने आलाधिकारियों को सूचित कर गांव के लिए रवाना हो गया।
एनडीआरएफ के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद करीब 330 ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान बेल्हा-बेहरौली तटबंध पहुंचा दिया है, लेकिन बाढ़ का खौफ अभी भी लोगों के बीच छाया हुआ है।
नेपाल में हुए मूसलाधार बारिश से घाघरा, सरयू और राप्ती नदी उफान पर है। इसके चलते नेपाल सीमा से सटे बहराइच जिले के कई गांव पूरी तरह बाढ़ की जद में हैं। सबसे खराब हालत जिले के महसी तहसील स्थित बरुहा बेहड़ गांव की है। इस गांव में करीब 350 लोग रहते हैं। ये गांव घाघरा नदी के दूसरी तरफ है। बीती रात जब ग्रामीण सो रहे थे, तभी पानी गांव में घुसा। ग्रामीणों को तब पता चला जब सभी के घर में दो-दो मीटर तक पानी घुस गया। सूचना पाते ही एनडीआरएफ 11वीं वाहिनी ने गांव में रेस्क्यू कर सभी ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया।
बाढ़ चौकियों पर पीड़ितों के खाने और रहने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने राहत सामग्री के अलावा तिरपाल आदि मुहैया कराया है।