जिला अस्पताल में नवजात बच्चे की हेरा-फेरी, महिला का बच्चा बदला

सहारनपुर के जिला महिला अस्पताल में देर रात एक गर्भवती ने लड़के को जन्म दिया, लेकिन जब सुबह हुई तो प्रसूता यह देखकर दंग रह गई कि उसका लड़का लडकी कैसे बन गया। इसकी शिकायत जब उसने अस्पताल कर्मचारियों और अधिकारियों से की तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया।

Update:2018-01-25 14:48 IST

सहारनपुर: सहारनपुर के जिला महिला अस्पताल में देर रात एक गर्भवती ने लड़के को जन्म दिया, लेकिन जब सुबह हुई तो प्रसूता यह देखकर दंग रह गई कि उसका लड़का लडकी कैसे बन गया। इसकी शिकायत जब उसने अस्पताल कर्मचारियों और अधिकारियों से की तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया।

ये है मामला:

- मूल रूप से हरदोई जनपद के गांव मुसेवली निवासी गेंदा लाल लुधियाना की एक गारमेंट फैक्ट्री में काम करता है।

- उसकी पत्नी राधिका भी उसके पास ही रहती है। राधिका गर्भवती थी, इसलिए गेंदा लाल राधिका को अपने साथ अपने गांव हरदोई ले जा रहा था।

- बीती रात राधिका और गेंदा लाल चंडीगढ से लखनऊ जाने वाली सदभावना एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर हरदोई जा रहे थे।

- सहारनपुर स्टेशन पर ट्रेन पहुंची तो राधिका को प्रसव पीड़ा महसूस हुई, जिस पर राधिका और गेंदा लाल ने बीच में ट्रेन छोड़ दी और रेलवे स्टेशन पर उतरकर एवं पूछताछ करने के बाद सीधे जिला महिला अस्पताल में पहुंच गए।

- राधिका को प्रसव पीड़ा देख जिला महिला अस्पताल कर्मचारी उसको भर्ती कर तुरंत लेबर रूम ले गए, जहां करीब आधा घंटे बाद राधिका ने एक बेटे को जन्म दिया।

- राधिका ने बताया कि उसका यह पहला ही बच्चा है। रात जब उसे नर्स बच्चा दिया था उसने देखा था कि लड़का है। जिसके बाद वह अपने पहले बच्चे को अपने पास लेटाकर सो गई।

- आज सुबह जब उसकी आंख खुली तो उसने देखा कि उसके पास जो बच्चा लेटा है, वह लड़का नहीं, लड़की है।

- राधिका ने आरोप लगाया कि रात में किसी ने उसके बच्चे को बदल दिया।

उधर, जब इस बाबत जिला महिला चिकित्सालय की सीएमएस से बात की गई तो उनका कहना था कि जिला महिला अस्पताल में बच्चा बदले जाने जैसी कोई वारदात नहीं हुई है। प्रसूता के आरोप बेबुनियाद है, फिर भी वह मामले की जांच करा रही हैं।

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