राजधानी में नकली नोटों का खेल: NIA को मिली कामयाबी, एक तस्कर गिरफ्तार
सीतापुर के खैराबाद के रहने वाले बबलू पर आरोप है कि वह उच्च गुणवत्ता की नकली भारतीय मुद्रा की तस्करी में शामिल था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जाली नोटों का कारोबार बड़े स्तर पर बढ़ गया है। राजधानी लखनऊ में एनआइए ने फेक करेंसी की तस्करी के एक साल पुराने मामले में बबलू नाम के व्यक्ति को लखनऊ के गोमतीनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।
आरोपी सीतापुर के खैराबाद का रहने वाला
बताया जा रहा है कि मूल रूप से सीतापुर के खैराबाद के रहने वाले बबलू पर आरोप है कि वह उच्च गुणवत्ता की नकली भारतीय मुद्रा की तस्करी में शामिल था। बबलू पूर्व में गिरफ्तार अमीनुल इस्लाम और फूलचंद के साथ मोबाइल के जरिए लगातार संपर्क में था।
1,79,000 रुपये की जाली भारतीय मुद्रा
एनआइए द्वारा की जा रही जांच में यह भी पता चला कि आरोपी व्यक्तियों ने मालदा, पश्चिम बंगाल से उच्च गुणवत्ता की नोट लेकर यूपी के विभिन्न जिलों में लोगों तक पहुंचाई थी। इस मामले में 25 नवंबर 2019 को एनआईए ने फूल चंद्र, अमीनुल इस्लाम और नसीबा खातून को 1,79,000 रुपये की जाली भारतीय मुद्रा के साथ गिरफ्तार किया था।
किसी आंतकी संगठन का हाथ तो नहीं?
भारत और बांग्लादेश की सीमा पर स्थित गांव से नकली नोटों की शुरुआत होती है। सीमा पार से जाली नोटों के पैकेट फेंक दिए जाते हैं। बदले में भारत की तरफ से असली नोटों के पैकेट उनकी तरफ फेंके जाते हैं। एनआइए यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसमें किसी आतंकी संगठन का हाथ तो नहीं है?