तीन तलाक बिल पर आजम खान ने कहा- कुरान के अलावा कोई और कानून मंजूर नहीं
आजम खान ने कहा, 'जो मुसलमान हैं, जो कुरान को मानते हैं, वे जानते हैं कि तलाक का पूरा प्रसीजर कुरान में दिया गया है। हमारे लिए उस प्रसीजर के अलावा कोई कानून मान्य नहीं है। सिर्फ कुरान का कानून ही मुसलमानों के लिए मान्य है।'
लखनऊ: लोकसभा में तीन तलाक विधेयक पास हो गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां का बयान सामने आया है। इस बार भी वह हमेशा की तरह अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा कि इस विधेयक से हिंदुस्तान के मुसलमानों का कोई ताल्लुक नहीं है।
'कुरान के कानून को मानते हैं मुसलमान'
उन्होंने कहा, 'तलाक के मामले में हिंदुस्तान ही नहीं, पूरी दुनिया के मुसलमान कुरान के कानून को मानते हैं। मुसलमान कुरान और हदीस के मुताबिक चलता है। इसमें पूरी प्रक्रिया दी गई है। ऐसे में हमारे लिए कुरान के अलावा कोई कानून मान्य नहीं है।'
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'कुरान के अलावा कोई कानून मंजूर नहीं'
आजम खान ने कहा, 'जो मुसलमान हैं, जो कुरान को मानते हैं, वे जानते हैं कि तलाक का पूरा प्रसीजर कुरान में दिया गया है। हमारे लिए उस प्रसीजर के अलावा कोई कानून मान्य नहीं है। सिर्फ कुरान का कानून ही मुसलमानों के लिए मान्य है।'
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'हमारा व्यक्तिगत मामला'
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हमारे लिए सिर्फ कुरान का कानून है। उन्होंने कहा, 'पूरी दुनिया में मुसलमानों के लिए सिर्फ और सिर्फ कुरान का कानून ही मान्य है। इसके अलावा मुसलमान कोई कानून नहीं मानता। ये हमारा मजहबी मामला है। मुसलमानों के लिए पर्सनल लॉ बोर्ड है। यह हमारा व्यक्तिगत मामला है कि मुसलमान कैसे शादी करेगा? कैसे तलाक लेगा?'
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आजम ने कहा, 'सरकार पहले उन महिलाओं को न्याय दिलाए जिन्हें उनके पतियों ने छोड़ दिया है। जो सड़कों पर घूम रही हैं। सरकार उन महिलाओं को न्याय दे जो गुजरात और अन्य जगह के दंगों की पीड़ित हैं।'