इलाहाबादः गंगा की सफाई के लिए 'नमामि गंगे' अभियान गुरुवार को एक साथ सात राज्यों में शुरू किया गया। यूपी में इस प्रोजेक्ट के तहत कानपुर, इलाहाबाद और वाराणसी आते हैं। फिर भी इलाहाबाद में प्रोजेक्ट के लॉन्च में यूपी सरकार का कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ। इससे केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति का पारा गरम हो गया।
क्या बोलीं केंद्रीय मंत्री?
-साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि यूपी सरकार के इशारे पर सबकुछ हो रहा है।
-डीएम तक के प्रोग्राम में न आने पर भी वह काफी नाराज दिखीं।
-साध्वी निरंजन ने सपा सरकार को चुनावी सियासत न करने की सलाह दी।
संगम किनारे से गेस्ट हाउस तक
-पहले नमामि गंगे प्रोग्राम का लॉन्च संगम के किनारे होना था।
-अचानक जगह बदलकर शहर के बीच एक गेस्ट हाउस में इसे किया गया।
-आरोप है कि जिला प्रशासन संगम किनारे कार्यक्रम के लिए राजी नहीं हुआ था।
केशव को मिला सीएम बनने का आशीर्वाद
प्रोग्राम में यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या भी आए थे। इलाहाबाद के बीजेपी सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने उन्हें सूबे का सीएम बनने का भी आशीर्वाद दे दिया। इस पर मौर्या अपने चिर-परिचित अंदाज में मुस्कुराते नजर आए। एक खास बात ये भी है कि इस महत्वपूर्ण प्रोग्राम में साधु-संत और गंगा की सफाई से जुड़े एनजीओ के लोग भी नहीं आए थे।