लखनऊ: यूपी के सीएम सचिवालय में काम काज ठप है। ऐसा कर्मचारियों की अनिश्चित कालीन हड़ताल की वजह से हुआ है। सचिवालय संघ के पदाधिकारियों ने चीफ सेक्रेटरी कार्यालय का घेराव भी किया। बड़ी संख्या में एकत्रित कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर सीएम कार्यालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। अभद्रता के आरोपी विशेष सचिव आंद्रा वामसी के खिलाफ नारेबाजी भी की। कर्मी विशेष सचिव के निलम्बन की मांग कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें: UP: मुन्ना बजरंगी ठेके में नहीं चलने देता था किसी की बादशाहत, ऐसे बना था बादशाह
चीफ सेक्रेटरी अनूप चंद्र पांडे ने आंदोलित कर्मचारियों को वार्ता के लिए बुलाया पर वह अपनी मांग पर अड़े रहे। सचिवालय प्रशासन महकमे के मुखिया महेश गुप्ता का कहना है कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। तीन दिन में जांच रिपोर्ट मुख्य सचिव कार्यालय को सौंप दी जाएगी। सचिवालय कर्मचारियों का सम्मान बनाए रखा जाएगा।
क्या है मामला?
सचिवालय संघ के मुताबिक बीते शुक्रवार को आईटी विभाग के विशेष सचिव आंद्रा वामसी ने अनुभाग—एक के अनुभाग अधिकारी को अपने कमरे में बुलाकर उनके साथ बदतमीजी की। यहाँ तक की वामसी ने उनसे जबर्दस्ती सेवा से इस्तीफा देने का दबाव भी बनाया। विशेष सचिव ने दिन में दो बार अपने कक्ष में बुलाया और दोनों ही बार पद के विपरीत आचरण करते हुए धमकाया और चिल्ला कर कहा कि अभी तुरंत अपना इस्तीफा लिखकर लाओ।
यह भी पढ़ें: जेल में मारा गया मुन्ना बजरंगी, एसटीएफ अफ़सर फिर विवादों में
मुझे मालूम है, तुम इसी वर्ष सेवानिवृत हो रहे हो, देखते हैं कि कैसे सकुशल रिटायर होते हो। पूरे दिन उत्पीड़न से कुपित विमल चंद्र ने जब इस्तीफा लिखकर लाने की बात सुनी तो उनका रक्तचाप एकदम से बढ़ गया और विशेष सचिव के कमरे में उनकी साँस तेजी से चलने लगी। विमल कुमार अपने अनुभाग में पहुंचकर गश खाकर निढाल हो गए। आनन फानन में साथियों की मदद से उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। इसी घटना के विरोध मे सचिवालय संघ प्रदर्शन कर रहा है।