ग्रुप हाउसिंग में जमीन पा चुके 91 बिल्डरों के करोड़ों रुपए बकाया तले दबा प्राधिकरण
प्राधिकरण ने ग्रुप हाउसिंग में जमीन पा चुके 91 डिफाल्टर बिल्डरों की सूची जारी की है। इन बिल्डरों पर प्राधिकरण का 9993 करोड़ रुपए बकाया है।
नोएडा: प्राधिकरण ने ग्रुप हाउसिंग में जमीन पा चुके 91 डिफाल्टर बिल्डरों की सूची जारी की है। इन बिल्डरों पर प्राधिकरण का 9993 करोड़ रुपए बकाया है। ये बकाया राशि 31 मार्च 2017 तक की है। हालांकि इसमें दस बिल्डरों की बकाया राशि का जिक्र नहीं है।
सबसे बड़ा डिफाल्टर यूनिटेक
बिल्डर के सेक्टर-96,97,98 के प्रोजेक्ट पर 2977 करोड़ रुपए बकाया है। वहीं, यूनीटेक के दो अन्य प्रोजेक्टों पर 946 व 740 करोड़ रुपए बकाया है। इसके अलावा दूसरे नंबर पर गार्डेनिया डेवलपर्स पर 857 करोड़ रुपए, बकाया है।
ओमेक्स बिल्डर पर 199 करोड़ आम्रपाली सफायर पर 121 करोड़, एंबिसंस पर 551 करोड़ , ग्रेनाइट गेट पर 276 , आम्रपाली सिलिकॉन पर 394 करोड़ रुपए बकाया है। इसमे सबसे पुराना आवंटन यूनिटेक का है। जो कि 26 जून 2006 को हुआ था।
एक चौथाई रकम भरकर ले जाओ कंपलीशन सर्टिफिकेट
प्राधिकरण की ओर से ऐसे बकायदारों को अपने-अपने प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए एक चौथाई बकाया चुकाकर फ्लैट का कंपलीशन सर्टिफिकेट लेने को भी कहा गया है। हालांकि बिल्डरों के पास इतना पैसा नहीं कि वो इसे चुका सके। हालांकि यूनिटेक के अलावा शराब किंग वेव इंफ्राटेक ने नोएडा प्राधिकरण में जमीन वापस करने के लिए आवेदन किए है। 15 जून से पहले इन दोनों बिल्डरों के आवेदनों पर काम हो जाएगा।