लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ एनएमआरसी का नाम, तेज गति से हुआ मेट्रो का काम
बीते साल मई में डीएमआरसी इंजीनियरों ने यू आकृति वाले 200 गार्डर तैयार किये थे, जिससे एक माह में 2.7 किमी डबल ट्रैक तैयार हो गया था। इसके लिए नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन यानी एनएमआरसी और डीएमआरसी का नाम लिम्का बुक में दर्ज किया गया है।
नोएडा: नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो काम की तेजी को लेकर रिकॉर्ड बनाने की तरफ बढ़ रहा है। लेकिन गुरुवार को उससे पहले ही एनएमआरसी ने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया है। फिलहाल ये रिकॉर्ड तेज गति से गार्डर निर्माण के लिये किया गया है। डीएमआरसी इंजीनियरों ने 200 यू गार्डर बेहद कम समय में ट्रैक पर स्थापित किये थे, जिससे रूट तैयार करने में बेहद कम समय लगा है।
रफ्तार का रिकॉर्ड
-बीते साल मई में डीएमआरसी इंजीनियरों ने यू आकृति वाले 200 गार्डर तैयार किये थे, जिससे एक माह में 2.7 किमी डबल ट्रैक तैयार हो गया था।
-इसके लिए नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन यानी एनएमआरसी और डीएमआरसी का नाम लिम्का बुक में दर्ज किया गया है।
-एनएमआरसी के प्रबंध निदेशक संतोष यादव ने बताया कि यू गार्डर वाला डबल ट्रैक रिकॉर्ड समय में बना है।
-इस काम के चलते ही 29 किमी लंबे एलिवेटेड डबल ट्रैक का निर्माण काम अब मार्च तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।
दिसंबर में शुरूआत
-इस ट्रैक पर लोगों के लिए दिसंबर 2017 में मेट्रो का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। उससे पहले सितंबर में ट्रैक पर ट्रायल होगा।
-सिविल निर्माण का काम करने के लिए डीएमआरसी की तरफ से तीन कंपनियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।
-मेट्रो की इस परियोजना को पूरा करने में करीब पांच हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
-यहां 29 स्टेशन होंगे, जिससे प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख लोग सफर करेंगे।
-गुरुवार को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम ने ग्रेटर नोएडा में डीएमआरसी के निदेशक मंगू सिंह को रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट सौंपा।
-इस मौके पर मंगू सिंह ने भरोसा दिलाया कि काम तय समय पर पूरा कर लिया जाएगा।
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