Noida Twin Tower Case : ट्रायल में तीन सेकंड में ढह गया टि्वन टावर, एक हफ्ते में कंपनी को देनी है रिपोर्ट
UP Latest News : यूपी के नोएडा में टि्वन टावर को ध्वस्त करने के लिए ट्रायल ब्लास्ट की तैयारी पूरी कर ली गयी है। ब्लास्ट के एक सप्ताह के अंदर कंपनी को रिपोर्ट देनी है।
Noida Twin Tower Case : सेक्टर 93A सुपरटेक के ट्विन टावरों (एपेक्स और सियान) को ध्वस्त करने के लिए कितनी मात्रा में विस्फोटक की आवश्यकता होगी इसके परीक्षण के लिए आज दोपहर ढाई बजे ट्रायल ब्लास्ट हुआ जिसमें तीन सेकंड में टावर ढह गया। इसके लिए एडिफिस इंजीनियरिंग एमराल्ड कोर्ट के निवासियों को एक सलाह जारी की थी, इसके तहत विस्फोट समय के आसपास आधे घंटे के लिए घर के अंदर ही रहना होगा।
एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के लोगों के लिए एक सुरक्षा घेरा बनाया गया जिसे पुलिस बल द्वारा संरक्षित किया गया। दोपहर 2.30 बजे एपेक्स टॉवर के पांच खंभों (चार बेसमेंट में और एक 14वीं मंजिल पर) में परीक्षण विस्फोट हुआ। इसके लिए करीब 10 किलो विस्फोटक लगाया गया। अधिकारियों ने कहा कि दोनों टावरों के लिए आवश्यक विस्फोटकों की सही मात्रा की रिपोर्ट परीक्षण विस्फोट के एक सप्ताह के भीतर पता चल जाएगी।
बैठक कर कंपनी ने दी निवासियों
एमराल्ड कोर्ट के निवासियों ने बताया कि ट्रायल ब्लास्ट के संबंध में एडवाइजरी सोसायटी के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दी गई है। वहीं, शनिवार को ही एडिफिस कंपनी के अधिकारियों ने सोसायटी के निवासियों के साथ बैठक की और कार्यप्रणाली को समझाया। हमें बताया गया कि प्रत्येक पिलर को लोहे के जाल की तीन परतों और जियो टैक्सटाइल फाइबर की तीन परतों से घेरा गया है।
एमराल्ड कोर्ट आरडब्ल्यूए ने जारी की एडवाइजरी
आरडब्ल्यूए ने एस्टर 1, एस्टर 2, एस्टर 3 और एस्पायर 1 के निवासियों को दोपहर 2.15 से 2.45 बजे के बीच फ्लैट के अंदर रहने का निर्देश दिया है। इस समय के लिए एसी बंद करने और इसे अनप्लग करने की भी सलाह दी गई है। इसके अलावा, एस्पायर 1 के पास की कारों को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक हटा दिया जाएगा। निवासियों से भी अनुरोध किया गया है कि वे सुबह 11 बजे के बाद गेट नंबर 2 से एस्पायर 1 तक की सड़क और रास्ते का इस्तेमाल न करें।
ट्रायल ब्लास्ट के दौरान ये रहेंगे मौजूद
ट्रायल ब्लास्ट के दौरान एडिफिस इंजीनियरिंग के वरिष्ठ अधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञ जेट डिमोलिशन के प्रबंध निदेशक जो ब्रिंकमैन,विस्फोट डिजाइन और सुरक्षा प्रमुख मार्थिनस बोथा व सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) भी मौजूद रहेंगे।
एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियां रहेंगी मौजूद
परीक्षण विस्फोट के समय ट्विन टावरों के सामने सड़क पर यातायात रोक दिया जाएगा। जबकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए दमकल और एंबुलेंस को कुछ दूरी पर रखा जाएगा। इमरजेंसी असेंबली प्वाइंट भी बनाया गया है। वही, इंजीनियरिंग कंपनी ने आसपास की इमारतों में धूल और मलबे के प्रसार को रोकने के लिए, एल्यूमीनियम शीट का उपयोग करके दोनों टावरों के चारों ओर चारदीवारी की ऊंचाई बढ़ा दी है।