पति-पत्नी घर में कर रहे थे धंधा! रंगे हाथों ED ने पकड़ा, कई महिलाएं एक साथ...
Noida News: नोएडा में रहने वाले पति-पत्नी ने ‘सबडिजी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड’ के नाम से एक कंपनी बनायी थी। इस कंपनी के जरिए वह अडल्ट वीडियो का कारोबार कर रहे थे।;
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Noida News: दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के शहर नोएडा में प्रवर्तन निदेषालय (ईडी) ने देह व्यापार के बड़े गोरखधंधे का खुलासा किया था। ईडी की टीम ने एक घर पर छापा मारा। जहां से आठ लाख रुपए कैश और कई महिलाएं मिलीं। नोएडा की जिस कपल के घर ईडी ने छापा मारा है। उन पर विदेशी पोर्न वेबसाइट को अश्लील वीडियो और वेबकैम शो उपलब्ध कराने का आरोप है। इन पोन वीडियोज के बदले में कपल को मोटी धनराशि मिलती थी।
अडल्ट वीडियो का कारोबार कर रहा था कपल
नोएडा में रहने वाले पति-पत्नी ने ‘सबडिजी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड’ के नाम से एक कंपनी बनायी थी। इस कंपनी के जरिए वह अडल्ट वीडियो का कारोबार कर रहे थे। कपल ने अपनी कंपनी का साइप्रस की एक कंपनी ‘टेक्नियस लिमिटेड’ के साथ समझौता कर रखा था। टेक्नियस लिमिटेड ‘एक्सहैम्सटर’ और ‘स्ट्रिपचैट’ नाम से पोर्न वेबसाइट का संचालन करती है।
नोएडा में रहने वाला कपल ने अपने घर के अंदर शानदार स्टूडियो बनवा रखा था। जहां वह मॉडल्स के साथ पोनर्स वीडियो बनाता था और फिर उन वीडियोज को विदेशी कंपनी को भेज देता था। जिसके एवज में वहां से करोड़ों में रुपए कपल के अकाउंट में आ जाते थे। सबडिजी कंपनी के अकाउंट में भारी मात्रा में धनराशइ के आने पर बताया जाता था कि यह रुपए मार्केट रिसर्च, विज्ञापन और पब्लिक ओपिनीयन पोल जैसे कारोबार से आते हैं। ईडी को कपल के एफईएमए के नियमों के उल्लंघन का शक हुआ तो जांच शुरू की गयी और फिर सारी पोल ही खुल गयी।
ईडी के मुताबिक सबडिजी कंपनी और उसके डायरेक्टर के बैंक खातों में विदेशों से 15.66 करोड़ रुपए आने की जानकारी मिली थी। इसके अलावा यह भी जानकारी हुई इस कंपनी का नीदरलैंड में अकाउंट है जिसमें सात करोड़ रुपए भेज गये थे। इस रकम को इंटरनेशनल डेबिट कार्ड्स के जरिए भारत में निकाला जा चुका है। इस तरह ईडी को 22 करोड़ से अधिक की रकम की जानकारी मिली थी।
इसके बाद ईडी ने कपल के घर पर छापेमारी की और काली कमाई का पर्दाफाश हो गया। छापेमारी के दौरान कमरे में कई मॉडल्स शो करती हुई मिलीं। बताया जा रहा है कि कपल लड़कियों को मॉडलिंग में करियर बनाने का झांसा देकर यह काम कराते थे। वह इसके लिए सोशल मीडिया और अन्य वेबसाइट्स पर विज्ञापन भी देते थे। वीडियोज की कमाई का 25 फीसदी मॉडल्स को दिया जाता था।