Covid In UP: भारत में ओमिक्रॉन बीएफ-7 की दस्तक, शासन के निर्देशों के इंतजार में यूपी के अस्पताल़

Covid In UP: कोरोना के आंकड़ों ने भारत सरकार को अलर्ट कर दिया है। भारत के कई राज्यों ने इस महामारी से निपटने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। लेकिन यूपी के कुछ अस्पताल अभी भी सरकार के निर्देश इंतजार में हैं।

Written By :  Anant kumar shukla
Update:2022-12-21 21:03 IST

Omicron BF 7 knock in India (Social Media)

Covid In UP: चीन में कोरोना महामारी एक बार फिर तेजी से फैल रही है। कोरोना के आंकड़ों ने भारत सरकार को अलर्ट कर दिया है। भारत के कई राज्यों ने इस महामारी से निपटने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। लेकिन यूपी के कुछ अस्पताल अभी भी सरकार के निर्देश इंतजार में हैं। बलरामपुर अस्पताल के उच्चाधिकारियों ने बताया कि कोविड को लेकर अभी कोई विशेष तैयारी नहीं है। सरकार के निर्देशों का इंतजार है। निर्देश मिलने के बाद उसी के अनुरूप कार्य किया जाएगा। जबकि महाराष्ट्र सरकार ने एक टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य अधिकारियों को पॉजिटिव सैंपल का जिनोम सीक्वेंसिंग तैयार कराने और कोरोना से जुड़े देश दुनिया की हलचल पर निगाह बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। इसके अलवा पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि कोविड के कारण पैदा होने वाले हालात पर हमारी नजर है। किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हम तैयार हैं।

सिविल अस्पताल कोरोना से निपटने को तैयार

लखनऊ के हजरतगंज मे स्थित सिविल अस्पताल किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है। सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आरपी सिंह ने बताया कि कोरोना को देखते हुए अस्पताल पूरी तरह तैयार है। हम किसी भी समस्या से निपटने के लिए तैयार हैं। हमारे यहां दो आक्सीजन प्लांट लगा है। इस लिए यहां पर आक्सीजन की कोई समस्या नहीं है। हालांकि ये कहां तक सही है, वो तो जरूरत पड़ने पर ही पता चलेगा।

शासन के निर्देशों के इंतजार में बलरामपुर अस्पताल

इस वक्त देश में कोरोना की काली घटा फिर से मडरा रही है। सभी राज्य संकट से पहले की तैयारियों में जुटे हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को देश में कोरोना के हालात की समीक्षा की। इसके साथ ही, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से कहा है, कि खतरा अभी गया नहीं है। पिछले वर्ष जून महीने में जारी गाइडलाइन के तहत सभी जरूरी उपाय अपनाएं। लेकिन अस्पताल के उच्चाधिकारी शासन के निर्देशों के इंतजार में बैठे हैं।

वहीं केजीएमयू की बात करें तो, ये अपनी वर्तमान समस्याओं से ही जूझ रहा है। आगे की तैयारी तो दूर की बात है। यहां तो अभी भी मरीजों को दिखाने के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है। कोरोनाकाल में स्थिति और बदतर होगी।

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