UP Politics: अखिलेश से मनमुटाव के बीच राजभर तैयार कर रहे नया रास्ता, 2024 में ये है विकल्प

UP Politics: ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि वह अपने विधायकों और नेताओं के साथ बैठक कर राष्ट्रपति प्रत्याशी में किसे वोट देना है इस पर फैसला जल्द लेंगे ।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Update: 2022-07-10 06:16 GMT

ओमप्रकाश राजभर अखिलेश यादव (फोटो: सोशल मीडिया )

UP Politics: सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) के रिश्तो में दरार की खबरों के बीच ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर से बड़ा बयान दिया है । उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi party)के साथ वह गठबंधन (gathbandhan) धर्म निभाते रहेंगे । अगर अखिलेश यादव गठबंधन तोड़ते हैं या गठबंधन से उन्हें बाहर करते हैं तो वह फिर नए रास्ते के बारे में सोचेंगे । उन्होंने राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को वोट देने के फैसले पर कहा कि शुक्रवार को वह बलिया में थे मुर्मू ने फोन कर उनसे समर्थन मांगा और डिनर पार्टी में आमंत्रित किया था । जिसके बाद वह सीएम आवास पर डिनर पार्टी में शामिल होने पहुंचे । ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि वह अपने विधायकों और नेताओं के साथ बैठक कर किसे वोट देना है इस पर फैसला जल्द लेंगे ।

मुख्यमंत्री आवास पर रात्रिभोज में शामिल होने पर राजभर ने साफ किया कि उन्हें द्रोपदी मुर्मू की तरफ से फोन कर बुलाया गया था और समर्थन मांगा गया था । राजभर ने कहा कि विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के लखनऊ आने पर अखिलेश यादव ने जयंत सिन्हा को पार्टी कार्यालय पर बुलाया । वह भी गठबंधन में शामिल हैं उनके 6 विधायक हैं उन्हें नहीं आमंत्रित किया गया । उन्होंने तंज कसते हुए कहा क्या उनके आने से नाश्ता कम पड़ जाता । राजभर के ऐसे ही बयानों को लेकर सपा प्रमुख उनसे नाराज हैं यही वजह है कि उन्होंने यशवंत सिन्हा के समर्थन में हुई प्रेस कांफ्रेंस में उन्हें नहीं आमंत्रित किया था ।

राजभर ने नए गठबंधन के दिए संकेत

ओपी राजभर भले ही अभी यह कह रहे हैं कि वह सपा के साथ हैं, लेकिन उन्होंने यह भी साफ कर दिया है अगर अखिलेश यादव उनसे गठबंधन तोड़ते हैं तो उनका अगला रास्ता क्या होगा । राजभर ने कहा कि उनके पास बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन करने, शिवपाल से हाथ मिलाने या कांग्रेस के साथ जाने के कई रास्ते खुले हुए हैं । उन्होंने कहा की 2024 में सभी साथ मिलकर एक नया गठबंधन तैयार कर सकते हैं । बीजेपी के साथ आने पर उन्होंने कहा ऐसी खबरें 2019 से चल रही हैं वह बीजेपी के साथ नहीं जा रहे हैं । राजभर का यह बयान कैबिनेट मंत्री और बलिया से बीजेपी विधायक दया शंकर सिंह के बयान पर आया है । दया शंकर सिंह और ओपी राजभर के बीच संबंध अच्छे हैं यही वजह है कि वह उन्हें बीजेपी में आने की बात कहते हैं ।

द्रौपदी मुर्मू का कर सकते हैं समर्थन

ओपी राजभर द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर सकते हैं । क्योंकि अखिलेश यादव की उपेक्षा से वह काफी आहत हैं और शिवपाल के बहाने उन पर हमला भी कर चुके हैं । राजभर ने कहा था उन्हें चाचा का भी वोट नहीं मिल रहा है. वह भी अपने विधायकों पदाधिकारियों के साथ बैठक कर इस पर फैसला करेंगे । फिलहाल ओमप्रकाश राजभर के बयानों से साफ दिखाई दे रहा है की वह द्रोपदी मुर्मू के समर्थन में वोट कर सकते हैं ।

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