ओपी राजभर का बड़ा बयान, बोले- अखिलेश चाहते हैं दलितों, पिछड़ों का विकास तो मायावती को पीएम बनाने के लिए एक हो जाएं
UP Politics: अखिलेश द्वारा कांशीराम के मूर्ति लोकार्पण पर ओपी राजभर ने कहा- कांशीराम के विचारों पर अखिलेश का लगा ताला
UP Politics: बसपा संस्थापक कांशीराम की मूति का लोकार्पण करने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव गाजीपुर आने वाले हैं। जहां वो कांशीराम की मूर्ति के लोकार्पण पर आगामी लोकसभा चुनाव में बसपा के वोटरों को अपने पाले में करने के लिए सेंध लगाएंगे, तो वहीं सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव जिस महान शख्सियत की मूर्ति का लोकार्पण करने वाले हैं, उनके विचारों पर अखिलेश का ताला लगा हुआ है। उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव सच में चाहते हैं की दलितों, पिछड़ों व अल्पसंख्यकों का विकास हो तो सारे विपक्षी दल एक होकर बसपा सुप्रीमो मायवती को प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक हो जायें। उन्होंने कहा कि अगर सारे विपक्षी पार्टी एक होकर मायावती को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं तो हम कदम से कदम मिलाकर चलेंगे।
गले में माला विचारों पर ताला
गाजीपुर दौरे के समय ओमप्रकाश राजभर से पूछा गया कि अखिलेश यादव बसपा संस्थापक कांशीराम की मूर्ति का लोकार्पण करने गाजीपुर आने वाले हैं, तो राजभर ने मीडिया को जवाब देते हुए कहा कि एक कहावत है गले में माला विचारों पर ताला। ठीक इसी चरितार्थ को अखिलेश यादव का मान्यवर कांशीराम के मूर्ति के लोकार्पण का निर्णय साबित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश कांशीराम की मूर्ति का लोकार्पण तो कर रहे हंै, लेकिन अखिलेश कभी भी उनके विचारों का अनुसरण नहीं करते। ओपी राजभर ने कहा कि बसपा संस्थापक कांशीराम ने कहा था कि दलित, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों का विकास तब तक नहीं होगा जब तक प्रधानमंत्री की कुर्सी पर दलित प्रधानमंत्री नहीं होगा। उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव सच में चाहते हैं की दलितों, पिछड़ों व अल्पसंख्यकों का विकास हो तो सारे विपक्षी दल एक होकर बसपा सुप्रीमो मायवती को प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक हो जायें। उन्होंने कहा कि अगर सारे विपक्षी पार्टी एक होकर मायावती को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं तो हम कदम से कदम मिलाकर चलेंगे। लेकिन अखिलेश यादव कभी नहीं चाहेंगे की कोई दलित देश का प्रधानमंत्री हो।