लखनऊः यूपी विधानसभा से बाहर निकाले जाने पर बीजेपी, बीएसपी और कांग्रेस के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय के सदन में आने से पहले विपक्षी दल पोस्टर लेकर वेल में आ गए। माता प्रसाद जैसे ही सदन में पहुंंचे विरोधी दल पोस्टर लहराते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
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-संसदीय कार्य मंत्री आजम खान ने माता प्रसाद से कहा कि कार्यवाही शुरू होने से पहले वेल में आना सदन की अवमानना है।
-ऐसे लोगों को सदन से बाहर किया जाए।
-माता प्रसाद ने संसदीय कार्य मंत्री के प्रस्ताव पर सदन से मत मांगा।
-सदन से समर्थन के बाद वेळ में आने वाले विपक्षी दलों के नेताओं को हाउस से बाहर निकलने का प्रस्ताव पास हुआ।
-उन्हें सदन की कार्यवाही से बाहर निकाल दिया गया।
-इसके बाद विपक्षी नेता विधानसभा के सामने धरने पर बैठ गए।
विपक्ष के हमलों से ऐसे बचने की कोशिश
यूपी विधानमंडल का मॉनसून सत्र वैसे तो 22 से 30 अगस्त तक तय किया गया है, लेकिन हकीकत में बैठक सिर्फ पांच दिन ही चलेगी। सोमवार को दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देकर विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित हो गई थी। वहीं, विधान परिषद को हंगामे की वजह से मंगलवार तक स्थगित कर दिया गया था। विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की ओर से पास एजेंडे के मुताबिक 25 और 26 अगस्त को छुट्टी होगी। 27 और 28 अगस्त को शनिवार और रविवार की वजह से कामकाज नहीं होगा। 29 और 30 तारीख को सरकार करीब 25 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट पास कराएगी। इस तरह देखा जाए तो सरकार ने विपक्ष के हमले से बचने का आसान रास्ता तलाशने की कोशिश की है।
बीएसपी ने उठाया था मुद्दा
बीएसपी की ओर से इतने कम दिन के सत्र को लेकर सवाल उठाया जा चुका है। विधानसभा में नेता विपक्ष गयाचरण दिनकर ने कहा कि इतने कम दिन का सत्र नहीं रखना चाहिए था। चर्चा के लिए और दिन होने चाहिए थे। बहरहाल, कम दिनों के सत्र में ही विपक्ष हर हाल में सरकार को घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है। बीजेपी ने तो 24 अगस्त को विधानसभा घेराव का ऐलान भी कर दिया है।
कई अहम बिल भी पास कराने की तैयारी
अनुपूरक बजट के साथ ही सरकार कई अहम बिल भी पास कराने की तैयारी कर रही है। इनमें से एक पूर्व मुख्यमंत्रियों को दिया गया सरकारी बंगला न छीने जाने संबंधी बिल भी है। माना जा रहा है कि इस बिल पर सभी विपक्षी दल सरकार का सहयोग करेंगे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को दिए गए सरकारी बंगलों को खाली कराने का आदेश दिया था। सरकारी बंगलों में कांग्रेस के रामनरेश यादव, बीएसपी की मायावती, सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह, बीजेपी के कल्याण सिंह और मौजूदा केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जमे हुए हैं।