विपक्ष के निशाने पर BJP, अपने ही विकास पर पोत रहे कालिख
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सीएम योगी के संग मिलकर मंगलवार को अमेठी में करोड़ों की जिन योजनाओं का उद्घाटन कर कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमले किए थे। बुधवार (11 अक्टूबर) को खुद उन्हीं की पार्टी अपने कारनामों के चलते विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
असगर नकी
अमेठी: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सीएम योगी के संग मिलकर मंगलवार को अमेठी में करोड़ों की जिन योजनाओं का उद्घाटन कर कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमले किए थे। बुधवार (11 अक्टूबर) को खुद उन्हीं की पार्टी अपने कारनामों के चलते विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
दरअसल, मामला इनाग्रेशन के उन पत्थरों से जुड़ा है जिस पर से मंगलवार को बीजेपी के दिग्गजों ने पर्दे हटाए थे। इनमें से कुछ वो पत्थर अमेठी में चर्चा का विषय बने हैं जिस पर गौरीगंज के सपा विधायक का नाम लिखा था और बाद में उसे मिटाने के लिए कालिख पोती गई।
कौहार में कल जुटे थे बीजेपी के ये दिग्गज
बता दें, कि मंगलवार को अमेठी के गौरीगंज मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर कौहार के मैदान पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष समेत यूपी सरकार के मंत्रियों का जमावड़ा लगा था। सभी ने विकास के मुद्दे पर कांग्रेस खासकर राहुल गांधी को घेरा था।
क्या कहा योगी ने?
खुद सीएम योगी ने सपा सरकार पर साधा निशाना साधते हुए कहा था कि हमने जब प्रदेश की सत्ता संभाली थी तब मैंने यूपी में प्रधानमंत्री आवास योजना की स्थिति को देखा। जिस पर पिछली सपा सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया था। मोदी जी ने यूपी के लिए 24 लाख आवास देने की बात कही थी जिसमें पहले साल 9 लाख आवास ग्रामीण क्षेत्र में बनने थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने अबतक ग्रामीण क्षेत्र में आठ लाख आवास दिए हैं और शहरी क्षेत्र में भी हमने एक लाख से ज्यादा आवास दिए हैं।
सीएम ने सपा को घेरा
लेकिन इस सबके बावजूद बुधवार को बीजेपी चौतरफा विपक्ष से घिर उठी। हुआ यह कि बीजेपी द्वारा अमेठी को जिन 7 परियोजनाओं का लोकार्पण और 5 का शिलान्यास किया गया और जिस सपा सरकार पर सीएम ने तंज कसे उसी सपा पार्टी के विधायक राकेश सिंह मऊ का नाम शिलापट के पत्थर से कालिख पोतकर मिटाया गया। जिसके बाद अमेठी में एक बार फिर सियासत गर्मा गई।
क्या कहना है सपा विधायक का?
गौरीगंज के सपा विधायक राकेश सिंह ने कहा कि उनका नाम कैसे पत्थर पर आ गया उन्हें नहीं पता। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के न्योते के मिलने से भी इंकार किया और कहा कि वो पता लगा रहे हैं कि किस साजिश के तहत ये मामला अंजाम पाया। उन्होंने ये भी कहा की बीजेपी का कार्यक्रम था इसलिए उसमें शामिल होने का मतलब भी नहीं था।
झूठ पर पर्दा डाल रही बीजेपी
वहीं कांग्रेस के एमएलएसी दीपक सिंह ने पत्थर की इस राजनीति पर बीजेपी पर जबर्दस्त तंज कसा। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने हर गलत काम को सही ठहराती है। अपने झूठ पर सच का पर्दा डालने वाली बीजेपी को जनता माफ नहीं करेगी।
बीजेपी की ओर से कोई जानकारी नहीं
इस मुद्दे पर जब बीजेपी जिलाध्यक्ष उमाशंकर पाण्डेय से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि हमारी जानकारी में न ऐसा कुछ है और न ही उन्होंने ऐसे किसी पत्थर को देखा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए वो डीएम से जानकारी करेंगे क्योंकि ये कार्यक्रम पार्टी का नहीं सरकारी कार्यक्रम था।