Ambedkarnagar News: कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर सवाल
कोरोनावायरस की तीसरी लहर की तैयारी पर प्रश्न उठाते हुए बाल विभाग के डाॅक्टर ने इसे अपर्याप्त बताया।
Ambedkarnagar News: कोविड -19 संक्रमण की तीसरी लहर आने की चेतावनी बार-बार दी जा रही है। आईएमए के साथ-साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसके प्रति सचेत रहने की सलाह दी है। साथ ही यह भी कहा है कि लापरवाही भारी पड़ेगी। तीसरी लहर आने की संभावना को देखते हुए प्रदेश सरकार ने भी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए पीडियाट्रिक वार्ड बनाये गये हैं। दूसरी लहर में आक्सीजन की किल्लत को देखने के बाद इसकी भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
जिला अस्पताल ने बीस बेड का विशेष वार्ड बनाया गया है
तैयारियों को लेकर यदि जिला अस्पताल की बात करें तो यहां पर बीस बेड का विशेष वार्ड बनाया गया है जिसमें दस बेड आक्सीजन युक्त तथा दस बेड आईसीयू के हैं। आईसीयू में स्थित बेड पर वेंटीलेटर की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा जिला अस्पताल प्रशासन ने अपने स्तर से 12 अतिरिक्त बेडों की व्यवस्था कर रखी है जिस पर ठीक हो चुके बच्चों को रखा जायेगा अथवा विशेष परिस्थितियों में संक्रमण की जद में आये अन्य बच्चों को भी भर्ती किया जा सकेगा।
सारी तैयारियों के बीच आईसीयू वार्ड में आक्सीजन आपूर्ति की सेंट्रल पाइप लाइन व्यवस्था नही की जा सकी है। यहां पर आक्सीजन सिलेण्डर से वेंटीलेटर को चलाने की तैयारी की गई है। इस सम्बन्ध में जिला चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ एवं प्रशिक्षण प्रभारी डॅा.आरके सिंह का कहना है कि सेंट्रल पाइपलाइन से आक्सीजन की आपूर्ति किए बिना वेंटीलेटर का संचालन केवल हाथी के दांत के समान होगा। क्योंकि आक्सीजन सिलेण्डर से वेंटीलेटर को चलाया जाना संभव नही हो सकता।
आक्सीजन जनरेटर की क्षमता केवल 115 ली0 प्रति मिनट है
उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में वह उच्चाधिकारियों को अवगत भी करा चुके हैं। जिला अस्पताल में स्थित आक्सीजन जनरेटर से अभी तक केवल इमरजेंसी में ही सेंट्रल पाइपलाइन से आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। इस आक्सीजन जनरेटर की क्षमता केवल 115 ली0 प्रति मिनट है। साफ है कि स्वास्थ्य विभाग तैयारियों को भले ही पूर्ण मान रहा है लेकिन इसके बावजूद तैयारियां अधूरी ही हैं। इस सम्बन्ध में सीएमओ डॅा. श्रीकान्त शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल में स्थित आक्सीजन जनरेटर की क्षमता को बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं तथा उत्पादन क्षमता चार सौ लीटर प्रति मिनट तक किये जाने की तैयारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कालेज में पर्याप्त व्यवस्था हो चुकी है तथा दो सौ बेड के एमसीएच विंग टाण्डा में भी आक्सीजन जनरेटर ने कार्य करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में आक्सीजन कन्संट्रेटर भी है जिससे आवश्यकता पड़ने पर आक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी। इसके साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को बच्चों की देखभाल किये जाने के सम्बन्ध में प्रशिक्षित किया जा चुका है।