Bulandshahr News : बारात लेकर निकाह करने पहुंचा नाबालिग दूल्हा बैरंग लौटा, नहीं मिली दुल्हन
Bulandshahr News : गांव में बाल विवाह की सूचना मिली तो पुलिस ने बाल संरक्षण समिति को मामले की सूचना दे मौके पर पहुंची।
Bulandshahr News : बाल विवाह (Child Marriage) को लेकर जहां बाल संरक्षण आयोग (Child Protection Commission) सतर्क है वहीं बुलंदशहर पुलिस (Bulandshahr Police) भी बाल विवाह को लेकर सजग है। ताजा मामला ककोड कोतवाली क्षेत्र का है, जहां नाबालिग लड़की का निकाह किये जाने की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा और पुलिस ने जब दूल्हा- दुल्हन के दस्तावेज देखे, तो दुल्हन बालिग निकली, मगर दूल्हा नाबालिग निकला। पुलिस ने नाबालिग दूल्हे के निकाह को रुकवा दिया और बारात को बैरंग लौटा दिया।
दरअसल आज ककोड कोतवाली पुलिस क्षेत्र के एक गांव में बाल विवाह किए जाने की सूचना मिली तो पुलिस ने बाल संरक्षण समिति को मामले की सूचना दे मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है लड़का नाबालिक था इसलिए निकाह को रुकवा दिया और बिना दुल्हन के दूल्हे को उसके घर भेज दिया।
ककोड कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजीव सक्सेना ने बताया कि क्षेत्र के एक गांव में आज खुर्जा क्षेत्र से बारात आई थी। किसी ने कन्या के नाबालिग होने की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने कन्या पक्ष से दुल्हन के आयु प्रमाणपत्र दिखाने की बात कही, दुल्हन की उम्र मतदाता पहचान पत्र में 21 वर्ष अर्थात बालिग पाई गई। मगर जब दूल्हे के आयु प्रमाण पत्र देखे तो दूल्हा नाबालिग निकला, दूल्हा प्रस्तुत प्रमाण पत्रों में 17 वर्ष 7 माह का पाया गया।
मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह ने नाबालिग दूल्हे के परिजनों से नाबालिग का निकाह न करने की बात कही, दूल्हे के परिजन जब नहीं माने तो उपनिरीक्षक में बाल विवाह अधिनियम के तहत कार्यवाही होने की बात बतायी, जिसके बाद वर-वधु पक्ष के लोग दूल्हे के बालिग होने के बाद ही निकाह करने की बात कहने लगे। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद नाबालिक दूल्हे का निकाह रुक गया और नाबालिक दूल्हा बिना दुल्हन के ही बारात को लेकर बैरंग लौट गया है। उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों ही पक्षों ने दूल्हे के बालिग होने के बाद निकाह करने का रजामंदी लिखित पत्र पुलिस को सौंपा है।