Bulandshahr News: ईद उल अजहा के दिन ईदगाहों में नहीं होगी नमाज, काजी ने जारी किया वीडियो
Bulandshahr News: बुलंदशहर में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के चलते योगी सरकार ने सख्ती के साथ सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।
Bulandshahr News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर (Bulandshahr) जिले में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के चलते योगी सरकार ने सख्ती के साथ सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। आगामी ईद उल अजहा पर ईदगाह स्थलों पर ईद की नमाज अदा नहीं की जा सकेगी और नहीं खुले स्थान पर कुर्बानी की जा सकेगी। जिला प्रशासन ने इसके लिये मुस्लिम धर्म गुरुओं, उलेमाओं, मौलवियों से सहयोग की भी अपील की है। हालांकि बुलंदशहर के शहर काजी ने भी वीडियो जारी कर कोरोना के चलते ईद पर घरों में ही नमाज अता करने, खुले में कुर्बानी व मलबा (खाल, ओजड़ी, हड्डी) न डालने की जनपद के मुस्लिमों से अपील की है।
कोरोना की तीसरी लहर पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है किसी भी धार्मिक स्थल पर एकत्र होने वाली भीड़ से कोरोना की खेलने की संभावनाओं के चलते इस बार ईद की नमाज अता करने वाले अकीदतमंदों की भीड़ को रोकने की कवायद शुरू कर दी है।
काजी जैनुल आबदीन ने कोरोना नियमों के तहत नमाज अदा करने की अपील की
कुछ देर पहले बुलंदशहर के शहर काजी जैनुल आबदीन ने अपना वीडियो जारी किया है। वायरल वीडियो में शहर काजी जैनुल आबदीन ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत ईद-उल-अजहा (बकरीद) पर्व के अवसर पर मुस्लिम समुदाय के सभी लोग ईद की नमाज ईदगाह में न करें तथा अपने मोहल्ले की मस्जिदों एवं बड़े घरों में भीड़ एकत्रित न करते हुए एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर अपने घरों में ही नमाज अदा करें। ईद पर्व को सौहार्द एवं शांतिपूर्ण तरीके से मनाएं तथा खुले स्थान पर कुर्बानी न करने, मास, खाल व अवशेष भी खुले स्थान पर न डालने, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने की अपील की गयी है।
डीएम और एसएसपी ने मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक की
डीएम रविन्द्र कुमार व एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने अधीनस्थों को मुस्लिम धर्मगुरुओं, मौलवियों, मौलानाओं, शहर काजियों और इलाके के गणमान्य नागरिकों के साथ शांति समिति की बैठक कर लोगों से समन्वय बनाकर ईद पर्व पर नमाज घरों में अदा करने के लिए बैठकर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। गुलावठी कोतवाली में भी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने देर शाम को शांति समिति की बैठक आहूत की और लोगों से ईदगाह पर नमाज अता न करने, खुले में कुर्बानी न करने की अपील की गयी। मुस्लिम समाज के लोगों ने भी सहयोग करने का आश्वासन दिया।