Bulandshahr News : बुलंदशहर का एक युवक अफगानिस्तान में फसा, 9 महीने बाद की वापसी, ढोल नगाड़ों से हुआ स्वागत
Bulandshahr News:अफगानिस्तान में दूसरे देशों के लाखों लोग फस गये वतन लौटे मुकेश का गांव में ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत हुआ।;
Bulandshahr News : तालिबान में अफगानिस्तान में अपना कब्ज़ा कर लिया है जिसके चलते कई भारतीय अफगानिस्तान (Afghanistan) में फंस गये थे उसमें से एक अफगानिस्तान से बुलंदशहर (Bulandshahr) के गांव का रहने वाला मुकेश रहता था । जो इस देश में फस गया था । 9 महीने बाद वतन लौटे बुलंदशहर के मुकेश का गांव में ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत हुआ । परिजन , मित्र व ग्रामीण जमकर मुकेश की वापसी होने पर झूमकर नाचे।
वतन वापसी को कर रहे थे दुआ
अफगानिस्तान में बिगड़े हालात के बाद दूसरे देशों के लाखों लोग वहां फस गये, जिसके बाद दुनिया भर के देश अपने अपने नागरिकों की वतन वापसी की कवायद में लग गये। अपनी वीडियो बनाकर वापसी की अपील करते हुए परिजनों को भेज रहे थे। हालांकि भारत के सैकड़ो लोगों को मोदी सरकार ने अपने विशेष हवाई जहाजों से वापस भारत बुलाया, जिनमे बुलंदशहर के पहासू थाना क्षेत्र के गांव गंगा गढ़ का रहने वाला मुकेश भी शामिल था। मुकेश की सलामती व वापसी के लिए उसके परिजन परेशान थे, ईश्वर से लगातार प्रार्थना कर रहे थे, लेकिन ईश्वर ने आखिर सुन ली और मुकेश शनिवार को अपने वतन लौट आया।
ऐसे बयां किया ..हाल ए अफगानिस्तान
वतन वापसी के बाद मुकेश ने बताया कि तालिबानी कानून दुनिया का सबसे क्रूर कानून है इसीलिए अफगानिस्तानी तालिबान को पसंद नहीं करते। पुरुष प्रधान कानून होने के कारण मातृ शक्ति का सबसे ज्यादा शोषण किया जाता है। तालिबान के हमला करने के बाद मानो वहां अराजकता फैल गयी, चारो तरफ गोलियों की गड़गड़ाहट की आवाजें खिड़कियों से सुनायी पड़ती थी, हम भी जिस फैक्ट्री में काम करते थे वहां के मालिक ने बहार से ताला लगा दिया था, फैक्ट्री में काम करने वाले लोग दहशतजदा थे, हर पल लगता था कि कहीं तालिबानी फैक्ट्री में न गुस आये, सबसे ज्यादा समस्या दूसरे देशों के के लोगो को थी, हर कोई अपने देश लौटना चाहता था, इसके लिये सभी लोग अपने परिजनों को अपनी वीडियो बनाकर भेज रहे थे, सरकार से भी गुहार लगा रहे थे।
भारत सरकार का बार बार धन्यवाद...मुकेश
भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ने अफगान में काम करने के लिये गये किसी भी भारतीय को खरोच तक नही आने दी, सरकारो व राजदूतों के मध्य से भारतीय नागरिकों की सूची बनवा कर कंपनी मालिको से संपीक किया गया, जहाँ से कंपनी मालिको ने सरकार के निर्देशों पर हमें एयर पोर्ट तक भिजवाया और वतन वापसी हो सकी।
वतन लौटे मुकेश का दावा
दुनिया में भारत जैसा देश नहीं, यहां परेशान लोगो को शरण व संरक्षण मिलता है । तालिबान सत्ता के लिए क्रूरता की हदें पार कर रहा है। सत्ता की लड़ाई में ऐसा चलता रहता है। वतन वापसी पर मुकेश मोदी सरकार को बार बार धन्यवाद कहकर भावुक हो रहा था।
पीएम मोदी हर भारतीय के रक्षक
मुकेश कुमार की माने तो भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी सच्चे राष्ट्रभक्त हैं । प्रधान मंत्री और और मुख्यमंत्री की वजह से किसी भी भारतीय नागरिक को अफगान में एक भी खरोंच तक नही आई। पहासू थाना क्षेत्र के गांव गंगा गढ़ निवासी मुकेश रोजगार की तलाश में दिसंबर 2020 में अफगानिस्तान गया था, अपनी पत्नी शीला व 2 बेटियों को गांव में ही छोड़कर गया था, वहां एक फैक्ट्री में नोकरी की , वहां मिलने वाली तनख्वाह से संतुष्ट था, लेकिन ये पता नही था कि एक दिन ऐसा भी आएगा कि वतन वापसी के लाले भी पड़ सकते है, हालांकि भारत सरकार की कोशिशों के बाद मुकेश वतन लौटा तो उसका गांव में ढ़ोल नगाड़ो के साथ स्वागत किया गया।