Bulandshahr News: बुलंदशहर जेल में बंदियों के बीच कराई खेल कूद प्रतियोगिताएं, अवसाद से बचाने की हो रही कवायद
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर करागार के जेल अधीक्षक मिजाजी लाल जेल में विभिन्न आरोपों में बंद बंदियों के बीच खेल कूद प्रतियोगिताएं करा रहे है। जेल अधीक्षक इन दिनों जेल में महिला व पुरुष बंदियों के बीच बैडमिंटन, रस्साकशी, कबड्डी, लम्बी कूद आदि प्रतियोगितायें करा उन्हें मानसिक रूप से स्वस्थ रखने की कवायद में लगे है।;
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर (Bulandshahr) के जेल अधीक्षक मिजाजी लाल (Jail Superintendent Mijaji Lal) जेल में विभिन्न आरोपों में बंद बंदियों को अवसाद से दूर रखने की कवायद में जुटे है, जिला कारागार में जेल अधीक्षक बंदियों के बीच खेल कूद प्रतियोगिताएं करा रहे है, जेल अधीक्षक इन दिनों जेल में महिला व पुरुष बंदियो के बीच बैडमिंटन, रस्साकशी, कबड्डी, लम्बी कूद आदि प्रतियोगितायें करा उन्हें मानसिक रूप से स्वस्थ रखने की कवायद में लगे है।
दरअसल बुलंदशहर की जिला कारागार (District Jail of Bulandshahr) में विभिन्न आरोपों में हजारों महिला व पुरुष बंदी बंद है। जेल अधीक्षक मिजाजी लाल (Jail Superintendent Mijaji Lal) ने बताया कि जेल में बंद बंदी अपराध बोध के चलते अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं और उन्हें अवसाद से बचाने के लिए जेल में विभिन्न तरह के कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। पूर्व में जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए गए वहीं, अब जेल में बंद बंदियों को अवसाद से दूर रखने के लिए साप्ताहिक खेलकूद प्रतियोगिताओं करायी जा रही है।
महिला बंदियों के लिये हो रही ये प्रतियोगिताएं
जेल अधीक्षक मिजाजी लाल (Jail Superintendent Mijaji Lal) ने बताया कि खेलकूद प्रतियोगिताओं में महिला बंदियों के लिए बैडमिंटन, लेमन स्पून, बोरा दौड़, लूडो, कैरम बोर्ड आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।
पुरुष बंदियों के लिए हो रही ये प्रतियोगिताएं
जेल अधीक्षक मिजाजी लाल (Jail Superintendent Mijaji Lal) ने बताया कि जिला कारागार में बंद पुरुष बंदियों के लिए लंबी कूद, ऊंची कूद, दौड़, कबड्डी, बैडमिंटन, रस्साकशी आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। बाकायदा बंदियों की टोलियां/टीमे बनाई गई हैं, जो विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर रही हैं। जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि 25 दिसंबर को एडीएम प्रशासन डॉ प्रशांत कुमार वह एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने साप्ताहिक खेलकूद प्रतियोगिता शुरू की थी अब दो दिन बाद प्रतियोगिताओं का समापन होगा और विजेता बंदी प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
बंदी बोले..शरीर-मानसिक रूप से स्वस्थ रखते है खेल
बुलंदशहर की जिला कारागार (District Jail of Bulandshahr) में बंदी रामू ने बताया कि खेलकूद प्रतियोगिताओं से जहां बंदी स्वस्थ रह पा रहे हैं वही उनका ध्यान भी परिवार और अपराध बोध से दूर हट, खेलों पर ही ध्यान केंद्रित हो जाता है, इससे बंदी सिर्फ सकारात्मक विचारधारा ही रख पाते हैं । लोक व सांस्कृतिक तथा खेल प्रतियोगिताओं के आयोजनों से अवसाद से दूर रहने का अवसर प्राप्त होता है।
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