Hapur Mein Jayant Chaudhri : मुख्यमंत्री योगी नहीं, बल्कि भोगी हैं, मैं किसानों की शान झुकने नहीं दूंगा
Hapur Mein Jayant Chaudhary : जयंत चौधरी आज अपने दादा चौधरी चरण सिंह के पैतृक गांव हापुड़ जिले के गांव नूरपुर में पहुंचकर वहां की जनता का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे थे।
Hapur Mein Jayant Chaudhary : राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि नूरपुर मढैया के लोगों का आशीर्वाद मेरे लिए कवच का काम करेगा। जब-जब मैं दुख और पीड़ा में रहूंगा तो उनका आशीर्वाद मेरे साथ बना रहेगा और जो मेरे दुख-दर्द को दूर करेगा। उन्होंने कहा कि मैं मर जाऊंगा लेकिन किसानों की आन-बान और शान को झुकने नहीं दूंगा।
जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) आज अपने दादा चौधरी चरण सिंह के पैतृक गांव हापुड़ जिले के गांव नूरपुर में पहुंचकर वहां की जनता का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो ग्रामवासियों ने मुझे जो पगड़ी बांधी है मैं निश्वित रूप से इस सम्मान का भार आप लोगों के सहयोग से ही उठा सकूंगा।
मुख्यमंत्री योगी नहीं, बल्कि भोगी हैं
चौधरी जयंत ने कहा कि वर्तमान सरकार न केवल झूठी है बल्कि किसानों की बेइज्जती करने में भी पीछे नहीं हट रही है। यह जनता का खून चूस रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी नहीं, बल्कि भोगी हैं। उन्होंने हापुड़ के एक मजदूर संजय का नाम लेते हुए कहा कि उसे 75 लाख का बिजली का बिल भेज दिया। आप ही बताईए एक गरीब आदमी कैसे 75 लाख रुपए की बिजली फूंक सकता है।
उन्होंने कहा कि आज भी हापुड़ जिले के सरकारी विभागों पर बिजली विभाग का 24 करोड़ रुपए बकाया है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो किसानों के हर दुख दर्द दूर होंगे और किसान की सरकार होगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने मात्र छह हजार रुपए देकर ही किसानों के सम्मान की घोषणा की। उनकी सरकार आने पर वह इस रकम को 12 हजार करेंगे और 23 जनवरी को चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर एक योजना चलाकर किसानों के खातों में उस रकम को सीधे भेजेंगे। सीमांत किसानों के लिए यह योजना 15 हजार रुपए की होगी।
जयंत चौधरी ने कहा कि खुशहाली का रास्ता खेत और खलिहान से होकर गुजरता है, यदि खेत हरे भरे होंगे तो किसान मजबूत होंगे और देश मजबूत बनेगा। उन्होंने केन्द्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने का सपना दिखाया था, लेकिन वह झूठा निकला।
किसानों के हित की कोई योजना नहीं चलाती
वर्ष 2013 से लेकर 2019 तक किसानों की आय 43 से लेकर 35 प्रतिशत तक घटी है। हर पार्टी चौधरी चरण सिंह का नाम लेकर किसानों के बीच जाती है, चुनाव के बाद किसानों के हित की कोई योजना नहीं चलाती हैं।
रालोद नेता जयंत चौधरी ने कहा कि ये झूठा वायदा करने वाली सरकार है। कुछ दिन पहले लखीमपुर खीरी में हुई घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उक्त घटना को सरकार भुलवाना चाहती है लेकिन हम अपने किसान भाइयों की शहादत को कैसे भूल सकते हैं। लखीमपुर खीरी की घटना अंग्रेजों के जनरल डायर की याद दिला देती है।
जयंत चौधरी ने कहा कि हमारे किसान भाई साढ़े दस माह से बॉर्डर पर बैठे हैं और सात सौ से अधिक किसान भाइयों ने अपनी शहादत दे दी है, लेकिन सरकार पर कोई असर नहीं हो रहा है। प्रधानमंत्री किसानों के नाम पर एक शब्द भी बोलना पसंद नहीं करते हैं।
उन्होंने किसानों को आगाह किया कि यह सरकार जो 14 दिन का गन्ना मूल्य भुगतान का कानून है उसे हटाना चाहती है। पूंजीपति मित्र उनके मजबूत हों और किसानों को टुकड़े-टुकड़े में भुगतान हो, केन्द्र सरकार की यही मंशा है।
जयंत चौधरी ने कहा कि किसानों को उनकी फसल का वाजिब मूल्य नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार के गन्ना मूल्य बढ़ाए जाने पर कहा कि यह सिर्फ चुनाव नजदीक आने पर किया गया है जबकि किसानों की फसल में लागत अधिक लग रही है और मूल्य कम मिल रहा है।
रालोद नेता ने कहा कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर लोक संकल्प पत्र की घोषणा की जाएगी। संकल्प पत्र में हर किसान, मजदूर, गरीब के हित में फैसले होंगे। इस अवसर पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री सोमपाल शास्त्री, राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी, राजेन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक दिलनवाज खां, पूर्व विधायक सुदेश शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता रेखा चौधरी, राष्ट्रीय मीडिया कॉर्डिनेटर सुरेन्द्र शर्मा, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष प्रियवदा तोमर, क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर सिंह आदि मौजूद रहे। इस दौरान पूर्व आईआरएस प्रीति हरिता ने रालोद में शामिल होने की घोषणा की।
सभा का संचालन जिलाध्यक्ष गौरव प्रसाद ने किया व अध्यक्षता पूर्व विधायक सुदेश शर्मा ने की। सभा को सफल बनाने मे रालोद के क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर सिंह व उनकी टीम ने सभा को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
पगड़ी के साथ 11 लाख रुपए भी जयंत को किए भेंट
गांव नूरपुर में आयोजित जनसभा में उमड़े जनसैलाब ने साबित कर दिया कि आज भी किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह ही हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी अपने पिता अजीत सिंह और दादा चौधरी चरण सिंह के पदचिन्हों पर चलते हुए खेत-खलिहान और किसानों की समस्याओं को लेकर फिक्रमंद हैं। क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों ने भी जयंत चौधरी पर खूब प्यार उड़ेला और उन्हें पगड़ी बांधने के साथ ही 11 लाख की थैली भी भेंट की।