Mahatma Gandhi Jayanti: अखिल भारत हिंदू महासभा ने गांधी जयंती को 'दुर्भाग्य दिवस' के रूप में मनाया
Mahatma GandhiJayanti: 42 लाख हिंदुओं के हत्यारे गांधी का वध करने के लिए हमारे नाथूराम गोडसे का इस धरती पर अवतरण हुआ।
Mahatma Gandhi Jayanti: पूरा देश 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के रूप में मनाता है, लेकिन अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने राष्ट्रपिता के जन्मदिन को ' दुर्भाग्य दिवस ' के रूप में मनाया। मेरठ शहर शारदा रोड स्थित अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यालय पर हिंदू महासभा के वयोवृद्ध नेता पंडित अशोक शर्मा के पावन सानिध्य में गांधी जयंती दुर्भाग्य दिवस के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व हिंदू पीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य मदन ने की। कार्यक्रम का संचालन हिंदू महासभा के उत्तर प्रदेश के नेता अभिषेक अग्रवाल व हिंदू डिफेंस के राष्ट्रीय संयोजक निशांत जिंदल ने संयुक्त रूप से किया।
'2 अक्टूबर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के नाम पर मनाना चाहिए'
कार्यक्रम का संचालक करते हुए अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि पिछले गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी गांधी जयंती को दुर्भाग्य दिवस के रूप में मनाया गया और समस्त भारतवासियों से अपील की गई कि अगर 2 अक्टूबर के दिन को मनाना है तो पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के नाम पर मनाना चाहिए ना कि गांधी के नाम पर। अभिषेक अग्रवाल के मुताबिक आज के कार्यक्रम की शुरुआत मेरठ स्थित नाथूराम गोडसे की पूज्य मूर्ति को तिलक कर पुष्प माला अर्पण कर की गई। इस मौके पर अखिल भारत हिंदू महासभा नेताओं ने संयुक्त रूप से बताया कि रावण जैसे अहंकारी का वध करने के लिए भगवान श्रीराम का इस धरती पर अवतरण हुआ। कंस जैसे अन्याय का साथ देने वाले राक्षस का वध करने के लिए भगवान श्री कृष्ण का धरती पर अवतरण हुआ। इसी तरह 42 लाख हिंदुओं के हत्यारे गांधी का वध करने के लिए हमारे नाथूराम गोडसे का इस धरती पर अवतरण हुआ।
अखिल भारत हिंदू महासभा नेताओं के अनुसार, उन्होंने गृह मंत्री, भारत सरकार, हरियाणा सरकार अनिल विज के अलावा अंबाला जेल के जेलर को एक मांग पत्र भेजा गया है, जिसमें मांग की गई कि 15 नवंबर 1949 को जिस पूज्य स्थान पर हिंदू महासभा के महान नेता नाथूराम गोडसे, नारायण नाना आप्टे को गांधी वध के उपरांत नेहरूवादी कांग्रेसी सरकारों ने जबरदस्ती फांसी पर लटका कर मार दिया था, उस पूज्य स्थान के दर्शन करने की हमारे हिंदू महासभा के नेताओं पंडित अशोक शर्मा, लेडी गोडसे पूजा शकुन पांडे को वहां जाने की अनुमति दी जाए। उनके साथ साथ मेरठ निवासी अभिषेक अग्रवाल, अलीगढ़ निवासी अशोक पांडे, दिल्ली निवासी निशांत जिंदल, देवभूमि हरिद्वार निवासी आचार्य मदन को भी उस पूज्य स्थान के दर्शन करने की अनुमति दी जाए।
भारत सरकार सभी महान स्थलों को जल्द स्मारक घोषित करे
आचार्य मदन और निशांत जिंदल ने संयुक्त रूप से घोषणा की कि आने वाले समय में हिंदू महासभा के नेता उन सभी पूज्य स्थानों का भ्रमण करेंगे। जिन पूज्य स्थानों पर गांधी वध के बाद सभी महान क्रांतिकारी नेताओं को रखा गया था या उनके ऊपर मुकदमा चलाया गया था। भारत सरकार उन सभी महान स्थलों को जल्द से जल्द स्मारक घोषित करे।