Meerut News: बीजेपी नेता गोपाल काली का फूटा गुस्सा, दिनेश खटीक के राज्यमंत्री बनाये जाने पर कही ऐसी बात
Meerut News: बीजेपी नेता गोपाल काली ने राज्यमंत्री बनाये दिनेश खटीक पर किया हमला कहां जो पिछले चार सालों से हस्तिनापुर की धरती का चीर हरण कर रहा है, उसे राज्यमंत्री बनाया गया है। यह सारी कौरव सेना को ले बैठेगा।
Meerut News: योगी मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के रुप में शामिल दिनेश खटीक (State Minister Dinesh Khatik) के खिलाफ में यहाँ आवाज उठने लगी है। हस्तिनापुर के पूर्व विधायक गोपाल काली (Gopal Kali) ने कहा कि इतिहास गवाह है कि पांडवों की कुलवधू द्रोपदी का हस्तिनापुर की भरी राज्यसभा में चीर हरण हुआ। चीर हरण करने वाले दुर्योधन और दुशासन को हस्तिनापुर का युवराज बनाया गया । इतिहास दोहराया जा रहा है कि जो पिछले चार सालों से हस्तिनापुर की धरती का चीर हरण कर रहा है, उसे राज्यमंत्री बनाया गया है। यह सारी कौरव सेना को ले बैठेगा।
हालांकि न्यूजट्रैक संवाददाता ने जब स्थानीय मीडिया रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए गोपाल काली से पूछा कि आपका इशारा क्या हाल ही में राज्यमंत्री बने दिनेश खटीक की तरफ है तो तपाक से गोपाल काली ने कहा कि मेरे कहने से ना तो दिनेश खटीक मंत्री बने हैं और ना ही हट जाएगे। मेरा तो मतलब यही है कि पिछले साढ़े चार सालों में हस्तिनापुर में जितना भ्रष्टाचार का नंगा नाच हुआ है, उसकी निष्पक्ष जांच करा ली जाए कि इसमें कौन लोग लिप्त रहे हैं। सब कुछ अपने आप साफ हो जाएगा। गोपाल काली ने कहा कि इसकी शिकायत बकायदा मैं मुख्यमंत्री से कर चुका हूँ । बकौल गोपाल काली, मैं बोलूंगा तो मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज हो जाएगा। बोलने की सजा में पहले ही मुकदमें के रुप में भुगत चुका हूं। उन्होंने कहा कि मेरे प्रधानमंत्री ईमानदार हैं । मुख्यमंत्री ईमानदार हैं। ऐसे में मैं भ्रष्टाचार को सहन नही कर सकता हूं।
जब कोई हस्तिनापुर से विधानसभा चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं करता था
गोपाल काली ने कहा कि जब कोई हस्तिनापुर से विधानसभा चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं करता था, तब पार्टी ने मुझे घर से बुलाकर साल 1991 में विधानसभा और 1994 में उप चुनाव लड़ाया। मैंने मायावती व मुलायम सिंह की सरकार में उसके साझा उम्मीदवार को कार्यकर्ताओं के बल पर हराया था। अब कुछ लोगों ने पार्टी को हाईजैक कर लिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि हस्तिनापुर के खादर क्षेत्र में तटबंध बनाने मं करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ है। बता दें कि कांग्रेस एवं सपा में रह चुके पूर्व विधायक गोपाल काली को 2014 में बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने विधिवत पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।