मध्यप्रदेश के राज्यपाल और प्यारे नेता से लोगों ने ऐसे जताया प्यार
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लालजी टंडन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि "मध्य प्रदेश के मा. राज्यपाल श्री लालजी टंडन जी के निधन की खबर सुनकर शोक हुआ।
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार को लखनऊ में निधन हो गया है। लालजी टंडन का पिछले काफी दिनों से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लालजी टंडन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि "मध्य प्रदेश के मा. राज्यपाल श्री लालजी टंडन जी के निधन की खबर सुनकर शोक हुआ।
वे लखनऊ के प्राण थे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके निधन से देश ने एक लोकप्रिय जननेता, योग्य प्रशासक एवं प्रखर समाज सेवी को खोया है। वे लखनऊ के प्राण थे। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना करता हूँ। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।"
1- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लालजी टंडन राजनीति में अपना साथी, भाई और पिता तीनों मानते थे।
2- प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लालजी टंडन को दी श्रधांजलि।
3- प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दी श्रधांजलि।
4- लालजी टंडन एक लोकप्रिय जननेता और योग्य प्रशासक एवं प्रखर समाज सेवी थे ।
6-उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दी श्रधांजलि ।
7- दिवंगत लालजी टंडन के आवास के बाहर लोगों के साथ खड़े मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
लालजी टंडन का जन्म 12 अप्रैल 1935 को हुआ था। अपने शुरुआती जीवन में ही लालजी टंडन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे। उन्होंने स्नातक तक पढ़ाई की। इसके बाद 1958 में लालजी का कृष्णा टंडन के साथ विवाह हुआ। उनके बेटे गोपाल जी टंडन इस समय उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री हैं।
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लालजी टंडन का राजनीतिक सफर साल 1960 में शुरू हुआ। टंडन दो बार पार्षद चुने गए और दो बार विधान परिषद के सदस्य रहे। 1978 से 1984 तक और 1990 से 1996 तक लालजी टंडन दो बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रहे। इस दौरान 1991-92 में बीजेपी सरकार में मंत्री बने। 1996 से 2009 तक लगातार तीन बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे।