PFI Raid in UP: यूपी समेत 8 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी, गिरफ्तार संदिग्धों के मोबाइल से व्हाट्सएप के 86 ग्रुप मिले
PFI Raid in UP: 8 राज्यों में पीएफआई के 25 ठिकानों पर एनआईए और ईडी का सयुंक्त ऑपरेशन जारी है।
PFI Raid in UP: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के खिलाफ आज एक बार फिर से देश के कई राज्यों में एनआईए, ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है. जिन राज्यों में छापे पड़े हैं उसमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, दिल्ली, असम समेत आठ राज्य शामिल हैं. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से भी दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. जानकारी के मुताबिक 8 राज्यों में पीएफआई के 25 ठिकानों पर एनआईए और ईडी का सयुंक्त ऑपरेशन जारी है. छापेमारी में गाजियाबाद से 12, मेरठ से 3, लखनऊ से 2 बुलंदशहर से एक की हुई गिरफ्तारी, गिरफ्तार हुए संदिग्धों के मोबाइल से व्हाट्सएप के 86 ग्रुप मिले हैं, जिनमें पीएफआई के वीडियो को शेयर किया जा रहा था. अब तक 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया जा चुका है. देर रात से चल रही छापेमारी में अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. बता दें इससे पहले एनआईए और ईडी ने 22 सितंबर को एक साथ कई राज्यों में छापेमारी कर 100 से ज्यादा पीएफआई के सदस्यों को गिरफ्तार किया था.
उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर छापे
जिन आठ राज्यों में ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है. उसमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है. यहां राजधानी लखनऊ के साथ मेरठ, बुलंदशहर और सीतापुर में भी संदिग्धों ठिकानों पर छापा पड़ा है. सीतापुर से भी एक संदिग्ध के हिरासत में लिए जाने की खबर है. एनआईए और एसटीएफ के संयुक्त ऑपरेशन में पीएफआई के कई सदस्यों को हिरासत में लेने की बात कही जा रही है. 22 सितंबर को जिस तरह से कई राज्यों में ताबड़तोड़ छापेमारी और गिरफ्तारियां के साथ दस्तावेज बरामद हुए थे. उससे अहम खुलासे हुए हैं. बरामद दस्तावेज और मिले सबूतों से पता चला है की पीएफआई के सदस्य बड़ी घटना को अंजाम देने के कार्य जुटे थे. उनके निशाने पर बीजेपी और आरएसएस के नेता थे. उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बड़ी घटनाओं की साजिश रची गई थी. उससे पहले जांच एजेंसियों को मिले सुराग के बाद या ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है और अब पीएफआई के खिलाफ पूरे देश में जाँच चल रही है. राजधानी दिल्ली स्थित शाहीन बाग में मुख्य दफ्तर को भी सील कर दिया गया है.
पीएफआई पर बैन की मांग
बता दें उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में पीएफआई पर बैन की मांग भी हो चुकी है. यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बीते दिनों इस संगठन को देश में बैन करने की मांग केंद्र सरकार से की थी. अब उनकी गतिविधियों और विदेशी फंडिंग को लेकर हुए खुलासे के बाद इस पर बैन की पुरजोर तरीके से मांग होने लगी है. यह संगठन केरल समेत देश के कई राज्यों में अपनी जड़ें मजबूत कर चुका है और सियासत से लेकर सड़क तक इसकी पकड़ मजबूत हो गई है. इसी के आधार पर वह देश का माहौल खराब करने में लगा हुआ था.
शामली से चार संदिग्धों को उठाया गया
शामली से पंकज प्रजापति के मुताबिक कैराना में पीएफआई एजेंट के ठिकानों पर ATS की टीम की छापेमारी हुई है। पीएफआई के ठिकानों पर एटीएस की टीम की छापेमारी अभी जारी है! कैराना कोतवाली क्षेत्र से 4 संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। शामली जनपद कई जगह चल रही है एटीएस की छापेमारी !
मामला जनपद शामली के कैराना का है जहाँ सुबह करीब 4 बजे एटीएस नोएडा व एनआईए की टीम कैराना पहुंची। जहां पर स्थानीय पुलिस को साथ लेकर टीम ने सबसे पहल गांव मामौर से मौलाना जाहिद व साबिर को उठाया। इसके अलावा गांव पावटी कलां से एसडीपीआई पार्टी के जिला पंचायत सदस्य प्रवेज के बड़े भाई जाबिर को उठाया। वहीं गांव गोगवान से भी सरवन अली नाम के युवक को उठाया हैं। बताया गया कि चारों पीएफआई के सदस्यों हैं। जो सफाई के लिए मौजूदा समय में भी काम कर रहें थे। दोपहर तक एटीएस व एनआईए की टीम कैराना कोतवाली में अलग-अलग कमरों में चारों से गहनता से पूछताछ करने में जुटी रहीं। बता दें कि करीब एक सप्ताह पहले गांव मामौर से मौलाना साजिद सहित वेस्ट यूपी से चार लोगों को एटीएस एनआईए ने उठाया था एटीएस एनआईए द्वारा मामौर से उठाए गए मौलाना जाहिद मौलाना साजिद का बड़ा भाई हैं तथा साबिर छोटा भाई बताया गया हैं 5 दिन पहले मेरठ के खरखोदा थाने में मौलाना साजिद सहित चारों आरोपियों के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होकर भारतवर्ष को खंडित करने के षड्यंत्र रचने के आरोप में मुकदमें दर्ज कराए गए थे। एक बार फिर मंगलवार की अलसुबह एक बार फिर एटीएस एनआईए ने कैराना क्षेत्र में दबिश दी तथा पीएफआई एसडीपीआई से जुड़े चार सदस्यों को उठाया। जिनसे पूछताछ की जा रहीं हैं। कोतवाली प्रभारी पंकज त्यागी ने बताया कि देर रात आई एटीएस व एनआईए की टीम ने दबिश देकर चार लोगों को उठाया हैं। जिनसे पूछताछ की जा रहीं हैं।
बुलंदशहर से अफजल गिरफ्तार
बुलंदशहर से संदीप तायल की रिपोर्ट के मुताबिक बुलंदशहर के मोहल्ला फैसलाबाद में ए आई एम आई एम के जिला अध्यक्ष अब्दुल खालिद के घर एटीएस की टीम ने छापा मारा है, पी एफ आई एजेंटस के ठिकानों पर आज सुबह बुलंदशहर में छापेमारी की कार्रवाई की गई है। ए आई एम आई एम के जिलाध्यक्ष के घर एटीएस की टीम ने काफी देर तक चलाया तलाशी अभियान, दस्तावेज भी खंगाले। बुलंदशहर के स्याना में एटीएस टीम ने पीएफआई सदस्य अफ़ज़ल को किया गिरफ्तार, अफजल से एटीएस की पूछताछ जारी, ATS लखनऊ की टीम अफजल को अपने साथ पूछताछ के लिए ले जाई।
सीतापुर में दो संदिग्ध उठाए गए
सीतापुर से समी अहमद की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में पीएफआई के सक्रिय सदस्यों की तलाश में एटीएस और एसटीएफ ने ज्वाइंट ऑपरेशन में छापेमारी की। STF व ATS ने जिले में खैराबाद और रामपुर कला थाना क्षेत्र में सोमवार रात छापामारी की। संयुक्त टीम ने खैराबाद और रामपुर कला थाना क्षेत्र से दो संदिग्ध उठाए हैं। इनके साथ जिले की स्वाट टीम भी शामिल रही।पीएफआई के सक्रिय सदस्यों की लगातार तलाश हो रही है। ऐसे में सोमवार रात एटीएस और एसटीएफ की टीम सीतापुर पहुंची। सबकुछ गोपनीय तरीके से करते हुए ज्वाइंट ऑपरेशन में जिले की स्वॉट टीम को शामिल किया गया। संदिग्ध को दबोचने के लिए स्थानीय पुलिस की मदद ली गई।बताया जा रहा है की सयुक्त टीम ने सबसे पहले खैराबाद थाना क्षेत्र के असोढर गांव में छापामारी की यहां से अनीस नाम के संदिग्ध PFI सदस्य को हिरासत में लिया।फिर टीम रामपुर कला थाना क्षेत्र पहुंची। रात में ही इसी इलाके से एक संदिग्ध मुकीम को हिरासत में लिया गया। बताते हैं कि दोनों को पकड़े जाने के बाद से लगातार दोनो ही एजेंसियों के साथ साथ स्थानीय पुलिस भी लगातार पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है की सीतापुर में पहले हुई एक संदिग्ध मुकीद की गिरफ्तारी की जा चुकी है जो जेल जा चुका है। फिलहाल वह जमानत पर था। बताते हैं कि कॉल डिटेल से एटीएस को मिले इनपुट के बाद यह देर रात छापेमारी की गई जिसमे दो और संदिग्ध हिरासत में लिए गए है।