मेरठ में बवाल के बाद इंटरनेट सेवा बहाल, स्कूल-बाजार खुले
उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया। घटना शहर के थाना सदर बाजार क्षेत्र के भूसा मंडी की है। यहां पर आक्रोशित भीड़ ने पुलिस व कैंट बोर्ड की टीम पर पथराव कर एक पुलिसकर्मी से वायरलेस सेट व कैंटबोर्ड के सुपरवाइजर का मोबाइल लूट लिया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
मेरठ: यूपी के मेरठ शहर के थाना सदर बाजार क्षेत्र में बुधवार की शाम को सदर क्षेत्र के मछेरान में बवाल, तोडफ़ोड़ व आगजनी के बाद आज शहर में हालात पूरी तरह सामान्य दिखे। हालांकि घटनास्थल इलाके में शांति रही। जलीं झुग्गियों के अधिकांश लोगों की रात खुले आसमान के नीचे गुजरी। पीड़ित अपने घरों को ठीक करने में जुटे हुए हैं। क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। पास से गुजरने वाले दिल्ली रोड पर आवागमन सामान्य है। फोर्स ने मोर्चा संभाल रखा है। डीएम और एसएसपी ने सुबह मौका मुआयना कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
एसएसपी नितिन तिवारी के अनुसार बवाल के दोषियों को चिह्नित कर उनकी धरपकड़ को पुलिस की कई टीमें गठित कर दी गई हैं। एसएसपी के अनुसार फोटो व वीडियो के आधार पर भी उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। गिरफ्तारी के डर से दर्जनों लोग भूमिगत हो गए हैं। बवाल के बाद देर रात इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। करीब दस घंटे शहर में इंटरनेट बदं रहा। गुरूवार सुबह दस बजे से इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है।
बताते चले कि बुधवार को मेरठ शहर में अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया। घटना शहर के थाना सदर बाजार क्षेत्र के भूसा मंडी की है। यहां पर आक्रोशित भीड़ ने पुलिस व कैंट बोर्ड की टीम पर पथराव कर एक पुलिसकर्मी से वायरलेस सेट व कैंटबोर्ड के सुपरवाइजर का मोबाइल लूट लिया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
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इसके विरोध में कुछ असामाजिक तत्वों ने झुग्गियों में आग लगा दी। देखते ही देखते डेढ़ सौ अधिक झुग्गियां आग की चपेट में आ गईं। लोगों का आक्रोश महताब सिनेमा होते हुए दिल्ली रोड पर भी पहुंच गया। दोनों जगह हंगामे के दौरान पथराव, फायरिंग, आगजनी तोड़फोड़ करते लोगों को पुलिस ने लाठिया भांजकर खदेड़ा।
जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने फिलहाल हालात काबू में होने का दावा किया है। घटना की वजह पूछने पर उनका कहना था कि जांच में ही घटना का पता लग सकेगा।
उधर,पुलिस के अनुसार के लोगों ने करीब दो दर्जन वाहनों में तोडफ़ोड़ करते हुए आगजनी की कोशिश की। पुलिस सड़क पर उतरी तो छतों से फायरिंग की गई। पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली रोड पर वाहनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया। मेहताब आने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए। रात तक हालात तनाव पर रहे।
दो संप्रदाय के लोगों ने एक-दूसरे पर झुग्गियों में आगजनी का आरोप लगाया। वहीं, उपद्रवियों ने दिल्ली रोड पर दो दर्जन कार व बाइक तथा करीब आधा दर्जन रोडवेज बसों में तोडफ़ोड़ कर दी। देखते ही देखते क्षेत्र के कई बाजार बंद हो गए। तनाव के बीच भारी पुलिसबल स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा है।
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भैसाली डिपो मेरठ के बस चालक सुनील कुमार बताते हैं कि लगभग सौ से डेढ़ सौ लोगों ने उनकी बस पर हमला बोल दिया। बस में सवार एक महिला और बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गए जबकि बस में सवार अन्य तीस से भी ज्यादा लोगों को गंभीर चोटें आईं हैं। बस चालक के अनुसार वह 100 नंबर पर फोन करते रहे लेकिन पुलिस की कोई मदद किसी को नहीं मिली। इनका गाड़ी नंबर यूपी 17-4737 है। कहा जा रहा है कि कई बसों के चालकों के साथ भीड़ ने मारपीट की।
वहीं बस में मौजूद सवारियों के साथ जमकर लूटपाट भी की गई। लोगों ने भागदौड़ कर अपनी जान बचाई। मेरठ में आगजनी की सूचना के बीच घटनास्थल के नजदीक स्थित गोलचा सिनेमा का शो भी बीच में ही बंद कर दिया गया। आग की अफवाह फैलते ही सिनेमा में मौजूद लोगों में अफरा तफरी मच गई। सभी दर्शकों को थिएटर से बाहर भेज दिया गया।
ताजा जानकारी के अनुसार डीएम और एसएसपी सहित कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर तैनात है। बवाल की जानकारी होते ही हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता भी घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस से बातचीत की। हालांकि पुलिस ने उन्हें वापस लौटा दिया। बताया जा रहा है कि मौके पर कांच की कुछ बोतलें भी मिली हैं। अंदेशा जताया जा रहा है कि लोगों ने पेट्रोल बम के रूप में इन्हें इस्तेमाल किया होगा।
यह भी कहा जा रहा है कि केंट बोर्ड की टीम बंगला नंबर 201 पर हो रहे अवैध निर्माण को रुकवाने के लिए पहुंची थी। स्थानीय पार्षद मंजू गोयल के बेटे गौरव गोयल के मुताबिक पुलिस ने अवैध निर्माण का विरोध करने पर चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद गुस्साए लोगों ने सडक पर कूड़े में आग लगा दी। जिससे आग फैलकर अन्य झुग्गियों में लग गयी।
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