लोगों का करोड़ों रुपए ठगने वाली कंपनी का फंडाफोड़, पुलिस ने तीन ठगों को किया गिरफ्तार

विजय माल्या, मेहुल चौकसी और नीरव मोदी बैंक का हजारों करोड़ रुपए लूट कर फरार हो गए, तो यहां देश में कई ऐसे बेइमान हैं जो देश की भोली भाली जनता को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं। पुलिस ने यूपी के बाराबंकी में एक कंपनी का भंडाफोड़ किया है जो लोगों को ब्याज देनें के नाम पर धोखा देती थी।

Update:2019-01-12 13:43 IST

बाराबंकी: विजय माल्या, मेहुल चौकसी और नीरव मोदी बैंक का हजारों करोड़ रुपए लूट कर फरार हो गए, तो यहां देश में कई ऐसे बेइमान हैं जो देश की भोली भाली जनता को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं। पुलिस ने यूपी के बाराबंकी में एक कंपनी का भंडाफोड़ किया है जो लोगों को ब्याज देनें के नाम पर धोखा देती थी। यह लोगों को 4 प्रतिशत ब्याज देने के नाम पर लोगों से पैसा इकट्ठा कर रहे थे।

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बाराबंकी में कोलकाता की इस कंपनी के कई कर्तधर्ताओं को आज पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज दिया है। पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में इस कंपनी को अवैध माना है जो सिर्फ बाराबंकी से ही करोड़ो रूपये जुटा चुकी है। पुलिस की कार्रवाई ने एक फ्रॉड कंपनी का शिकार होने से लोगों को बचा लिया। हालांकि तीन हजार से ज्यादा लोगों को इसने अपना शिकार बना लिया था।

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बाराबंकी पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों आरोपी कोलकाता के रहने वाले हैं। यह राजधानी लखनऊ में अपना कार्यालय खोलकर पूरे प्रदेश में अपना जाल फैला रखे थे। यह अपने मंसूबों में कामयाब हो पाते इससे पहले ही बाराबंकी पुलिस ने इन्हें धर दबोचा और इनका भंडाफोड़ किया। इनकी कामयाबी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सिर्फ बाराबंकी के 3000 से भी ज्यादा लोगों को शिकार बना चुके यह लोग आगे भी अपना पैर पसारने में लगे हुए थे। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद यह माना जा सकता है कि जनपद में अपना पैर जमा रही इस कंपनी से लाखों लोगों को पुलिस ने इनकी ठगी से बचा लिया।

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पुलिस के पकड़ में आए आरोपियों का कहना है कि वह कुछ गलत नहीं कर रहे थे। उनका कहना है कि जिन लोगों से पैसा लिया जा रहा था उन्हें समय से पैसा वापस दे दिया जाता। आरोपियों का मानना है कि उनकी के पास मल्टी लेवल मार्केटिंग का अधिकार नहीं था वे जो कर रहे थे वह अवैध था। आरोपियों ने यह भी बताया कि उनके द्वारा लोगों से लिया जा रहा पैसा शेयर मार्केट में लगाया जा रहा था और मुनाफा पैसा देने वाले व्यक्ति को दिया जा रहा था जिसमें कुछ भी अवैध नहीं है।

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बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक दिगंबर कुशवाहा ने बताया कि हैदरगढ़ निवासी सावले शर्मा के द्वारा विस्वास ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के विरुद्ध दर्ज कराई गई शिकायत पर गोपनीयता से जांच की गई तो पता लगा कि यह कंपनी पश्चिम बंगाल के कोलकाता की है। यह लखनऊ के विभूति खंड में अपना ऑफिस बना कर बाराबंकी व आसपास के जनपदों में अपना काम कर रही थी। कंपनी लोगों को 4 प्रतिशत मासिक ब्याज का लालच देकर लोगों से पैसा इकट्ठा कर रही थी और पैसा शेयर बाजार में ग्राहक के नाम से न लगाकर अपने नाम से लगा रहे थी। कंपनी के द्वारा मल्टी लेवल मार्केटिंग की जा रही थी।

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इन लोगों की प्रारंभिक जांच के दौरान लखनऊ स्थित इनके कार्यालय को सील कर दिया गया है और इनका डेटा भी सीज कर लिया गया है। इस कम्पनी में शामिल कोलकाता के प्रेसनजीत, शंकर गायन और धीरज श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया गया है।

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