गैंगरेप केस: पुलिस हिरासत में गायत्री का बेटा-भतीजा, फरार चल रहे 3 आरोपी गिरफ्तार
गैंगरेप केस में फरार चल रहे आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति को दबोचने के लिए पुलिस ने धर-पकड़ तेज कर दी है।
लखनऊ: गैंगरेप केस में फरार चल रहे आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति को दबोचने के लिए पुलिस ने धर-पकड़ तेज कर दी है। इसी के चलते मंगलवार (14 मार्च) को इस केस में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। लखनऊ पुलिस और एसटीएफ ने इस केस से जुड़े नामजद अन्य तीन आरोपियों रुपेश, विकास वर्मा और अमरेंद्र सिंह को अरेस्ट किया है। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों को शरण देने के आरोप में गायत्री प्रजापति के बेटे अनुराग प्रजापति और भतीजे अनूप को भी हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
इससे पहले सोमवार (06 मार्च) को गायत्री प्रजापति के गनर चंद्रपाल की गिरफ्तारी लखनऊ से हुई थी। अगले ही दिन मंगलवार (07 मार्च) को गायत्री के करीबी लेखपाल अशोक तिवारी, आशीष शुक्ला को यूपी एसटीएफ ने नोएडा से अरेस्ट कर लिया था।
गायत्री प्रजापति की तलाश में पुलिस और एसटीएफ का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। बता दें, कि गैंगरेप केस में फरार चल रहे गायत्री प्रजापति को सोमवार (05 मार्च) को सुप्रीम कोर्ट ने भी बड़ा झटका दिया था। गायत्री प्रजापति ने अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की अर्जी सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी। याचिका खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि गायत्री दूसरे कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करें।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने गायत्री प्रजापति पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश में भी बदलाव करने से इनकार कर दिया था। प्रजापति ने अपनी याचिका में मामले को राजनीति से प्रेरित बताया था, लेकिन कोर्ट ने उनकी कोई दलील नहीं सुनी। जस्टिस सीकरी की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि वह अपने आदेश में कोई परिवर्तन नहीं करने वाली।
गौरतलब है कि गायत्री के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया है। गायत्री प्रजापति के देश छोड़कर भागने की आशंका के चलते खुफिया एजेंसियों ने गायत्री प्रजापति को लेकर अलर्ट जारी किया है। जिसके बाद देश भर के एयरपोर्ट को हाई अलर्ट पर रखा गया है। गैंगरेप के आरोपी मंत्री के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया है।
गायत्री प्रजापति के घर पर मंगलवार (28 फरवरी) को सीओ अमिता सिंह की अगुआई में पुलिस टीम ने छापेमारी की थी। हालांकि इस दौरान गायत्री प्रजापति अपने घर पर नहीं मिले थे।
क्या है मामला?
-चित्रकूट निवासी एक पीड़िता ने गायत्री प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज न होने पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
-विक्टिम ने आरोप लगाया था कि साल 2014 में गायत्री प्रजापति के आवास पर उसके साथ गैंगरेप हुआ था।
-उसके बाद इन लोगों की बुरी नजर उसकी नाबालिग बेटी पर थी।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद केस दर्ज
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद शनिवार (18 फ़रवरी) को राजधानी के गौतमपल्ली थाने में गायत्री प्रजापति सहित पांच अन्य आरोपियों के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस बारे में एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया कि इस पूरे मामले की गहनता से जांच होगी और निष्पक्ष रूप से विवेचना की जाएगी।
गायत्री पर लगा पाॅक्सो एक्ट
-एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) दलजीत चौधरी ने बताया कि गौतमपल्ली थाने में परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
-इनके अलावा पांच अन्य लोगों को सह आरोपी बनाया गया है।
-इनमें अशोक तिवारी, पिंटू सिंह, विकास वर्मा, चंद्रपाल और आशीष शुक्ला शामिल हैं।
-गायत्री के खिलाफ क्राइम नंबर 29/17 धारा 376 डी (गैंगरेप), 376/511, 504 506, 3/4 पाॅक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।