हिरासत में मौत का मामला रफा दफा करने में जुटी पुलिस, रिपोर्ट लिखने में आनाकानी
पुलिस का कहना है कि आरोपी महेन्द्र ने लघुशंका की बात कही। जिसपर पुलिस ने उसे हाईवे के किनारे छोड़ दिया। आरोप है कि अचानक मौका पाकर महेन्द्र ने हाइवे पर दौड़ लगा दी। उसी समय अंधेरे में बरेली से मुरादाबाद जा रहे ट्रेलर ने महेन्द्र को रौंद दिया।
रामपुर: पुलिस की हिरासत में एक आरोपी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। आरोपी को पुलिस ने गांव से पकड़ा था और बाइक पर थाने ले जा रही थी। पुलिस का कहना है कि दिल्ली-लखनऊ राजमार्ग पर फरार होने के प्रयास में ट्रेलर से कुचल कर उसकी मौत हो गई। अब पुलिस मृतक के परिवार की रिपोर्ट लिखने में भी आनाकानी कर रही है।
हिरासत में मौत
जानकारी के मुताबिक थाना शहजादनगर के गांव झुनइया निवासी महेन्द्र सिंह ने गांव में एक रिश्ता लगवाया था। रिस्ते में कुछ खटपट होने के कारण दुल्हे ने महेन्द्र सिंह के खिलाफ थाना शहजादनगर में तहरीर दे दी। पुलिस के खौफ से महेन्द्र सिंह गांव से फरार हो गया। इस पर पुलिस महेन्द्र सिंह के तीन भाइयों को घर से उठा ले गई और उन पर महेन्द्र सिंह को हाजिर कराने का दबाव बनाने लगी।
आखिरकार महेन्द्र सिंह पुलिस के चंगुल में आ गया। दो पुलिस वाले उसे गांव से हिरासत में लेकर बाइक पर बैठाकर दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग 24 पर लेगए। पुलिस का कहना है कि आरोपी महेन्द्र ने लघुशंका की बात कही। जिसपर पुलिस ने उसे हाईवे के किनारे छोड़ दिया। आरोप है कि अचानक मौका पाकर महेन्द्र ने हाइवे पर दौड़ लगा दी। उसी समय अंधेरे में बरेली से मुरादाबाद जा रहे ट्रेलर ने महेन्द्र को रौंद दिया जिससे उसकी मौत हो गई।
मामला दबाने में जुटी पुलिस
अब सारे मामले को पुलिस रफा दफा करने में जुट गई है। पीड़ित परिवार से पुलिस अलग अलग बहाने बना कर रिपोर्ट लिखने से आनाकानी कर रही है। पुलिस के अनुसार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि ट्रेलर छोड़कर चालक फिलहाल फरार हो गया। लेकिन ट्रेलर को कब्जे में ले कर थाने ले आया गया है।
आरोप है कि पुलिस मृतक के परिजनों को कुछ रुपए देकर मामला दबाना चाहती है और ट्रेलर के चालक पर मुकदमा दर्ज करने की बात कह रही है। जबकि, मौके पर पहुंचे सीओ ने बात करने से इनकार कर दिया।