लखनऊ: माल क्षेत्र में 28 दिसंबर 2015 को जिस युवक की लाश मिली थी उसकी पहचान इटौजा कस्बा निवासी रामसागर शुक्ला के 17 वर्षीय बेटे राजाबाबू उर्फ अजुन शुक्ला के रूप में हुई है। राजाबाबू को बहला-फुसलाकर छह लोग ले गए थे। बाद में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी। तांत्रिक सहित छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद मामले का खुलासा हुआ। निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल रस्सी बरामद हुई है।
क्या था मामला?
-इटौजा क्षेत्र के वार्ड नंबर-सात टाउन एरिया में किसान रामसागर शुक्ला रहते हैं।
-28 दिसंबर 2015 को उनके 17 वर्षीय बेटे राजाबाबू की हत्या कर दी गई थी।
-कातिलों ने हत्या के बाद शव को फेंक कर।
हत्या से पहले पिलाई थी शराब
- मलिहाबाद के सीओ जावेद खान ने बताया, कि इस मामले की छानबीन में राजाबाबू की हत्या अंधविश्वास के चक्कर में होने की बात सामने आई।
-एक तांत्रिक की सलाह पर पांच लोगों ने उसे पहले शराब पिलाया फिर रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी थी।
अंधविश्वास में ली जान
-हत्यारोपी सर्वेश ने बताया कि उसकी चार माह पहले संतोष से मुलाकात हुई थी।
-संतोष ने बताया, कि किसी की खुदकुशी में इस्तेमाल रस्सी हासिल हो जाए तो वह मालामाल हो जाएगा।
-वह रस्सी पांच लाख रुपए में बिक जाती है।
-जल्द अमीर बनने की चाहत में वह वेदप्रकाश के पास गया।
सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त में
-पुलिस ने हत्यारों की तलाश में जाल बिछाया।
-इटौजा कस्बा निवासी सर्वेश उर्फ जम्मू, माल के कहरौरा गांव निवासी तेजप्रताप, बहरौरा गांव निवासी मनीष, इटौजा क्षेत्र के कुम्हरावां गांव निवासी संतोष वाजपेयी और वेदप्रकाश वाजपेयी एवं बीकेटी क्षेत्र के तकिया निवासी पप्पू को मंगलवार को गिरफ्तार किया है।
-हत्या में तांत्रिक वेदप्रकाश की अहम भूमिका सामने आई है।
-पुलिस ने घटना में इस्तेमाल रस्सी भी बरामद कर ली है।
तांत्रिक ने सबको किया गुमराह
तांत्रिक वेदप्रकाश वाजपेयी की बातों में आकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। हालांकि तांत्रिक वेदप्रकाश को डर था कि उसके ढोंग की असलियत सामने न आ जाए। इसलिए उसने वारदात में शामिल लोगों को भी गुमराह रखा।