अब पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन का BSP को समर्थन, BJP को बताया कर्मचारी विरोधी पार्टी
अब यूपी का अराजपत्रित पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन भी चुनावी अखाड़े में कूद पड़ा है। एसोसिएशन ने भाजपा को कर्मचारी विरोधी पार्टी बताते हुए बसपा को समर्थन देने की बात कही है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बसपा मुखिया मायावती के पुलिस कर्मियों की समस्याओं को हल करने की घोषणा पर आभार जताया है। उन्होंने कहा है कि अन्य किसी पार्टी ने वर्दीधारियों की समस्याओं के संबंध में ध्यान भी नहीं दिया है।;
लखनऊ : अब यूपी का अराजपत्रित पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन भी चुनावी अखाड़े में कूद पड़ा है। एसोसिएशन ने भाजपा को कर्मचारी विरोधी पार्टी बताते हुए बसपा को समर्थन देने की बात कही है।
एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बसपा मुखिया मायावती के पुलिस कर्मियों की समस्याओं को हल करने की घोषणा पर आभार जताया है। उन्होंने कहा है कि अन्य किसी पार्टी ने वर्दीधारियों की समस्याओं के संबंध में ध्यान भी नहीं दिया है।
पेंशन और नकदीकरण समाप्त
-बृजेंद्र ने कहा है कि भाजपा ने सरकार आने पर कर्मचारियों की पेंशन और नकदीकरण की व्यवस्था को समाप्त कर दिया और वेतन बढ़ोत्तरी भी नहीं की, बल्कि कर्मचारियों को अपमानित करते रहे हैं।
-हाल ही में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के उस बयान पर भी उन्हें आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि थानों में महिलाओं का बलात्कार किया जाता है। इस तरह के घृणित आरोप पार्टी द्वारा लगाए जाते हैं।
सपा ने कर्मचारियों पर दबाव बनाने को मुकदमा दर्ज कराया
बृजेंद्र ने आगे कहा है कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 18 जनवरी 2012 को शुभ्रा होटल गाजीपुर में पुलिस कर्मियों की समस्याओं के संबंध में वादे किए थे। विधानसभा चुनाव 2012 के घोषणा पत्र में अंकित किए थे। जब वादे पूरे नहीं हुए तो संगठन का प्रतिनिधिमंडल वादों को याद दिलाने के लिए वाराणसी में सीएम यादव से मिलने गया। पार्टी ने कर्मचारियों पर दबाव बनाने के लिए पदाधिकारियों पर क्रिमिनल एक्ट का मुकदमा पंजीकृत करा दिया। जिससे कर्मचारी दोबारा अपने हक की मांग डर कर नहीं करे। इसे सभी वर्दीधारी बहुत दुखी औरचिंतित हुए हैं।
सरकार बनवाने में वर्दीधारी निभाएंगे अहम भूमिका
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है कि इसी वजह से सभी सदस्य और पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि इस चुनाव में वर्दीधारी बसपा की सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभाएंगे और अपने परिवार का समर्थन भी देंगे।