छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, योगी सरकार ने किया ये ऐलान

उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य के हर जिले में पाॅलीटेक्निक काॅलेज खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा का सत्र अब नियमित हो चुका है। परीक्षाएं समय से हो रही हैं और परिणाम भी तय समय पर घोषित किए जा रहे हैं।

Update:2019-06-26 21:11 IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य के हर जिले में पाॅलीटेक्निक काॅलेज खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा का सत्र अब नियमित हो चुका है। परीक्षाएं समय से हो रही हैं और परिणाम भी तय समय पर घोषित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 20 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराये गये है तथा कई संस्थानों को एनबीए की मान्यता दिलायी जा चुकी है। उन्होंन वर्ष 2022 तक प्रदेश के सभी संस्थानों को एनबीए मान्यता दिलाने का दावा भी किया।

आशुतोष टंडन ने बताया कि जब उन्होंने कार्यभार ग्रहण किया था तो उनके सामने कई चुनौतियां थीं। प्राविधिक शिक्षा के राजकीय और अनुदादित संस्थानों में शिक्षकों और आवश्यक संसाधनों की बड़ी कमी थी। प्रशिक्षण और प्लेसमेंट की भी समुचित व्यवस्था नहीं थी। साथ ही प्रदेश की तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता राष्ट्रीय स्तर पर बहुत नीचे थी। उन्होंने बताया कि दो वर्ष की समयावधि में 280 से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति पूरी पारदर्शिता के साथ की गई और 200 करोड़ रुपये की पंडित दीनदयाल गुणवत्ता योजना लागू की गई।

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प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा इस वर्ष ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट का कार्य युद्ध स्तर पर किया गया। इसके लिए यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री इन्टरफेस सेल का गठन किया गया है, जिससे अब तक 20 हजार से अधिक रोजगार के सुलभ अवसर पूल कैंपस ड्राइव्स के माध्यम से छात्र-छात्राओं को उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि एनबीए से मान्यता के लिए किये गये प्रयासो का नतीजा है कि एमएमएमटीयू की तीन ब्रांच, एचबीटीयू की चार ब्रांच और यूपीटीटीआई., कानपुर की एक ब्रांच को इस वर्ष एनबीए से मान्यता मिल गयी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक सभी राजकीय और अनुदानित संस्थानों को एनबीए से मान्यता दिलाने का लक्ष्य है।उन्होंने कहा कि केवल सरकारी ही नहीं बल्कि निजी संस्थानों को भी एनबीए से मान्यता दिलाने की पहल की गयी है और पहले चरण में 50 निजी संस्थानों को चयनित कर उनके मेंटर और मेंटी संस्थान नियुक्त किये गये हैं, जो इस साल एनबीए से मान्यता करवाने के लिए कार्य कर रहे हैं।

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मंत्री ने कहा कि अब प्रदेश के राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों और राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों में शैक्षिक सत्र नियमित कर दिया गया है। परीक्षाएं समय से ली जा रही हैं, परिणाम तय समय पर घोषित हो रहे हैं और दीक्षांत समारोह भी निर्धारित समय सीमा के भीतर आयोजित किए जा रहे हैं।

टंडन ने बताया कि प्रदेश भर में 29 पॉलीटेक्निक संस्थान नए भवनों में स्थानान्तरित किए जा चुके हैं और 51 का निर्माण कार्य चल रहा है। शीघ्र ही वे भी नए भवन से संचालित होने लगेंगे। उन्होंने बताया कि पॉलीटेक्निक संस्थानों में कंप्यूटर लैब के लिए 13 सौ कंप्यूटर की व्यवस्था की गई है। साथ ही वर्चुअल क्लासेस भी शुरू करा दिए गए हैं।

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500 छात्रों को फिर मिलेगा लैपटॉप

प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि बीते सत्र में 500 मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप दिया गया। इस वर्ष भी विभाग द्वारा 500 छात्रों को लैपटॉप देने की योजना है। उन्होंने बताया कि इनमें से 200 लैपटाॅप इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को एवं 300 पॉलीटेक्निक छात्रों को दिया जाएगा। ये लैपटॉप उन्हीं विद्यार्थियों को दिया जा रहा है जिन्होंने मेरिट में स्थान प्राप्त किया है।

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