UP News: विधानसभा की घटना से सबक, बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए 21 जिलों में बनेंगे 150 उपकेंद्र
Power disruption in UP assembly: टोल फ्री नंबर 1912 पर कॉल करने पर विद्युत उपभोक्ता की समस्या का समाधान किया जायेगा।
UP Power System: उत्तर प्रदेश में मध्यांचल विद्युत वितरण की स्थिति को सुधारने के लिए विभाग ने कमर कस ली है। लखनऊ में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी अनिल ढींगरा (MD Anil Dhingra) ने बुधवार को इस संबंध में जानकारी दी। अनिल ढींगरा ने बताया, कि 'मध्यांचल में विद्युत निगम की स्थिति सुधारने के लिए 21 जिलों में 150 नए उपकेन्द्र बनाये जाने की तैयारी की जा रही है। साथ ही, बिजली विभाग के टोल फ्री नंबर 1912 (Toll Free Number 1912) को पहले से बेहतर बनाया गया है। बता दें कि, टोल फ्री नंबर 1912 पर कॉल करने पर विद्युत उपभोक्ता (Electricity Consumer) की समस्या का समाधान किया जायेगा। लाइट जाने पर इस नंबर पर शिकायत की जा सकेगी। समस्या का जल्द समाधान होगा।
पहले पैसा देने के बाद मिलेगी बिजली
गौरतलब है कि, सोमवार को यूपी विधानसभा सत्र (UP assembly session) के दौरान बिजली जाने पर उन्होंने कहा, कि 'ऐसी व्यवस्था की गई है कि दोबारा ऐसी स्थिति न पैदा हो। उन्होंने कहा, उपभोक्ता के यहां प्रीपेड मीटर (Prepaid Meter) लगेगा। ऐसे में मध्यांचल के 88 लाख उपभोक्ताओं को पहले पैसा देने के बाद बिजली मिलेगी। बिजली चोरी रोकने (Prevent Electricity Theft) और रेवेन्यू बढ़ाने (Increase Revenue) के लिए यह कदम उठाने की बात हो रही है।'
अंडरग्राउंड होगी लखनऊ की बिजली व्यवस्था
एमडी अनिल ढींगरा ने बताया, राजधानी लखनऊ की बिजली व्यवस्था (Lucknow's Electricity System) को सुधारने के लिए बड़ी तैयारी चल रही है। शहर में बिजली के तारों का जाल खत्म किया जाएगा। राजधानी बे-तार होगी। एमडी अनिल ढींगरा ने बताया कि इसको लेकर काम तेजी से चल रहा है। शहर में बेहतर बिजली सप्लाई (Power Supply) के सवाल पर एमडी अनिल ढींगरा ने ये भी कहा कि जल्द ही दो नए उपकेंद्र शुरू होंगे। इसमें दाउदनगर उपकेंद्र (Daudnagar Sub Center) 30 मई को शुरू हो जाएगा। जहां से करीब 10 हजार उपभोक्ताओं को लो-वोल्टेज और ओवरलोड की समस्या से निजात मिलेगी।
बदले जाएंगे 79 लाख प्रीपेड मीटर
एमडी अनिल ढींगरा ने बताया कि मध्यांचल में 88 लाख उपभोक्ता है। इसमें से पहले राउंड में करीब 79 लाख लोगों के यहां प्री मीटर लगाया जाएगा। विभाग के अभी तीन लाख मीटर पहले से है। ऐसे में जल्द ही स्मार्ट मीटर लगाने की पहल तेज हो जाएगी। उसी मीटर को बाद में प्रीपेड कनेक्शन में तब्दील कर दिया जाएगा। स्मार्ट मीटर में पोस्ट और प्रीपेड दोनों की सुविधा है।