Prathamik Shikshak Bharti: शिक्षक भर्ती के लिए ट्विटर पर चला #बेरोजगार_Want_UPPRT, सरकार से भर्ती की मांग
योगी सरकार ने बेरोजगार प्रशिक्षुओं से यह वादा किया था कि 69000 शिक्षक भर्ती को पूर्ण होने के उपरांत प्राथमिक शिक्षक भर्ती का नया विज्ञापन जल्द जारी किया जाएगा, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ।
Prathamik Shikshak Bharti: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बेरोजगार प्रशिक्षुओं द्वारा ट्विटर पर प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए एक विशाल अभियान चलाया गया। जिसके तहत #बेरोजगार_Want_UPPRT हैशटैग को पूरे भारत में ट्रेंड कराया गया। इन्होंने प्रधानमंत्री के जन्मदिवस को राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस के रूप में मनाया। बेरोजगार प्रशिक्षकों की यह मांग है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती के मामले में प्रदेश की योगी सरकार विफल रही है। प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को लगभग 2 सालों से इधर उधर घुमाया जा रहा है। लेकिन प्राथमिक शिक्षक भर्ती का कोई नामोनिशान नहीं है।
प्राथमिक शिक्षकों के 1.70 लाख से अधिक पद रिक्त
आरटीआई से मिली सूचना बताती है कि प्राथमिक शिक्षकों के 173795 पद रिक्त हैं। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बेरोजगार प्रशिक्षुओं से यह वादा किया था कि 69000 शिक्षक भर्ती को पूर्ण होने के उपरांत प्राथमिक शिक्षक भर्ती का नया विज्ञापन जल्द जारी किया जाएगा। 69000 शिक्षक भर्ती पूरे हुए लगभग 3 महीने बीत चुके हैं,लेकिन प्रदेश की योगी सरकार रोजगार देने में विफल रही है। बेरोजगार अभ्यर्थियों को केवल इधर उधर घुमाया जा रहा है। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफ़नामा लगाया था कि 51112 इतने पदों पर जल्द प्राथमिक शिक्षक की भर्ती होगी।
राकेश पाण्डेय ने बताया 68500 शिक्षक भर्ती में 22 हजार पद अभी भी रिक्त
युवा बेरोजगार मंच के संस्थापक राकेश पाण्डेय उर्फ बंटी पाण्डेय ने बताया कि 68500 शिक्षक भर्ती की 22000 सीट अभी भी रिक्त है । हर वर्ष 10 से 15 हजार शिक्षक रिटायर होते हैं । सारे पदों को जोड़कर सरकार 97000 पदों पर प्राथमिक शिक्षक भर्ती का नया विज्ञापन जारी कर सकती है।
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी कई बार कहा कि हमारे यहां शिक्षक छात्र अनुपात बराबर है । लेकिन सही बात यह है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती में लाखों पद रिक्त होते हुए उसके सापेक्ष लगभग दस लाख बेरोजगार प्रशिक्षित इंतजार में है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन सरकार जारी करे। जिससे बेरोजगार छात्रों के जीवन उजाला हो सके।