Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या पर एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में लगाएंगे आस्था की डुबकी, तैयारी पूरी

Mauni Amavasya 2023: इस वर्ष मौसम साफ़ होने की वजह से प्रशासन का अनुमान है की 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने संगम क्षेत्र में पहुचेंगे।

Report :  Syed Raza
Update: 2023-01-20 06:18 GMT

Prayagraj Mauni Amavasya 2023 (photo: social media )

Mauni Amavasya 2023: संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेले का सबसे बड़ा स्नान पर्व 21 जनवरी को है। 21 जनवरी को मौनी अमावस्या के स्नान पर्व को लेकर प्रशासन ने तैयारिया पूरी कर ली है। इस वर्ष मौसम साफ़ होने की वजह से प्रशासन का अनुमान है की 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने संगम क्षेत्र में पहुचेंगे। स्नानार्थियो के स्नान के लिए कुल 17 घाट बनाये गये है और परेड मैदान में जगह-जगह रैन बसेरा बनया गया है जहा पर श्रद्धालु रात को निवास कर सकते है।

ठंड को देखते हुए जगह-जगह अलाव की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर पूरे मेला क्षेत्र में 5 हजार से अधिक पुलिस जवानों को तैनात किया गया है ।भारी संख्या में संगम के तट पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे ऐसे में जल पुलिस की भी संख्या में इजाफा किया गया है। जगह जगह आर ए एफ, ए टी एस , पी ए सी समेत स्थानीय पुलिस की तैनाती की गई है। रूट को डायवर्ट किया गया है। इसके साथ ही साथ मेला क्षेत्र को 6 सक्टर में बाटा गया है।

पूरा मेला क्षेत्र सीसीटीवी की निगरानी में है। ड्रोन कैमरे की मदद से आसमान से भी मेले में नजर रखी जायेगी । अभी से ही मेला क्षेत्र में लाखों के तादाद में श्रद्धालु आ चुके हैं । सुबह 4 बजे से ही मोनी अमावस्या का स्नान शुरू हो जाएगा जो देर शाम तक चलेगा।

श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए दो स्नान घाट का निर्माण 

मेला अधिकारी अरविंद सिंह चौहान के मुताबिक श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए दो स्नान घाट का निर्माण और कर दिया गया है कुल मिलाकर अब 17 स्थान घाट बन चुके हैं जो इससे पहले 15 की संख्या में थे। मेला अधिकारी अरविंद सिंह चौहान का कहना है कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ विभाग की अलग-अलग जगह पर टीम लगाई है जो निरंतर श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग करती हुई नजर आ रही है। किसी भी श्रद्धालु को कोई भी समस्या ना हो यह हमारी पहली प्राथमिकता है।

आपको बता दें माघ मेले का सबसे बड़ा स्नान पर्व मौनी अमावस्या का है जिसको लेकर के प्रशासन किसी तरह की कोई चूक भी नहीं रखना चाहता है। अबकी बार के माघ मेले में अधिक भीड़ को देखते हुए एक विशाल विश्रामालय भी बनाया गया है जहां पर एक साथ 500 लोगों के रुकने की सुविधा भी सरकार के द्वारा दी जा रही है।

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