Prayagraj News: प्रयागराज के एमएनएनआईटी संस्थान में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ शुभारंभ
Prayagraj News: भारत सहित अमेरिका, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, मलेशिया, नार्वे इत्यादि देशों के प्रतिभागी ले रहे है भाग
Prayagraj News Today: वर्तमान समय में मानव जीवन को बेहतर बनाने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा तथा हरित क्रांति की ज़रूरत रोज ब रोज बढ़ती जा रही है। इस दिशा में ज़रूरी जानकारी लोगों तक पहुँचाने के साथ ही साथ इन पर गहन व गंभीर चिंतन ही नहीं शोध भी होने चाहिए । यह बात मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद प्रयागराज के एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोफेसर आर एस दुबे , कुलपति केंद्रीय विश्वविद्यालय गुजरात ने आज यहाँ कही। निदेश आर.एस. वर्मा ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में वैज्ञानिक टेक्नॉलाजी एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर विचार करने के लिए जुटे हैं। उनका लक्ष्य है कि कैसे सस्टेनेबल डेवलपमेंट किया जाये।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर कविता शाह बी एच यू ने पर्यावरण , अनुकूल समाधानों और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने में नवाचार की उपयोगिता पर चर्चा की। इसके बाद तीन दिवसीय सम्मेलन की संयोजक प्रोफेसर अंजना पांडे ने अमेरिका से आए हुए प्रोफेसर सर्गेई मार्कोव को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करते हुए कार्यक्रम के रूपरेखा की चर्चा करते हुए कहा कि तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में देश-विदेश से आए हुए वैज्ञानिक अपने अनुभव साझा करेंगे तथा लगभग 200 शोध पत्र भी प्रस्तुत किए जाएंगे ।
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद प्रयागराज के केंद्रीय पुस्तकालय द्वारा आयोजित "सतत विकास के लिए प्रौद्योगिकी और नवाचार" विषय पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरएस वर्मा, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर आर एस दुबे, कुलपति केंद्रीय विश्वविद्यालय गुजरात, प्रोफेसर कविता शाह बी एच यू, प्रोफेसर सर्गेई मार्कोव मार्को ऑस्टिन पिया स्टेट यूनिवर्सिटी टेनेशी ,अमेरिका, कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर अंजना पांडे तथा संस्थान के कुल सचिव प्रोफेसर रमेश पांडे ने दीप प्रज्वलित करके किया।
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरएस वर्मा ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर आर एस दुबे कुलपति ,केंद्रीय विश्वविद्यालय गुजरात को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा आए हुए प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए स्थिरता के महत्व की चर्चा की और पर्यावरण समाज एवं अर्थव्यवस्था के लिए दूरगामी प्रभाव वाली मौलिक अवधारणा पर जोर दिया । कार्यक्रम के अंत में डॉ राकेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में शिक्षक कर्मचारी एवं भारी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया।