लखनऊ: चेन्नई से पटना जा रही गंगा-कावेरी एक्सप्रेस रविवार की आधी रात को मानिकपुर-इलाहाबाद रूट पर पनहाई आउटर के पास लुट गई। ट्रेन में सवार आधा दर्जन ड़कैतों ने ट्रेन की आधा दर्जन बोगियों में करीब पौने दो घंटे तक लूटपाट की। बदमाशों ने विरोध जताने पर आधा दर्जन यात्रियों को चाकू मारकर लहूलुहान भी कर दिया।
इसके बाद बदमाश घनघोर जंगल की ओर भाग निकले। सूचना मिलते ही डीआईजी चित्रकूटधाम रेंज मनोज तिवारी व एसपी मनोज कुमार झा भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए है। पुलिस ने ड़कैतों की तलाश में सर्च आपरेशन शुरू कर दिया है। घायल यात्री उसी ट्रेन से इलाहाबाद भेजे गए है।
ये है पूरा मामला
गंगा कावेरी एक्सप्रेस नंबर 12669 रविवार की शाम को चेन्नई से पटना (विहार) जा रही थी। ट्रेन ने मानिकपुर जंक्शन से रात एक बजकर 5 मिनट में इलाहाबाद के लिए रवाना हुई। मानिकपुर थाना क्षेत्र के ही पनहाई रेलवे स्टेशन को पार करते ही करीब दो किमी. की दूरी पर आउटर में एक बजकर 27 मिनट में ड़कैतों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया।
ट्रेन के रूकते ही ड़कैतों ने असलहे, चाकू व छूरा लहराते हुए बोगियों में लूटपाट शुरू कर दी। करीब डेढ़ दर्जन बदमाशों ने ट्रेन की एस 3 से लेकर एस 9 तक की बोगियों में लूटपाट किया। यह सभी बोगियां आरक्षित वाली है। ट्रेन के गार्ड ने कई बार उतरकर चेन पुलिंग को सही किया और ट्रेन को आगे बढ़ाने की कोशिश की। लेकिन ट्रेन के चलने का हार्न बजते ही ड़कैत चेन पुलिंग कर रोक देते रहे। आउटर पर ही ट्रेन एक घंटे 46 मिनट खड़ी रही। करीब पौने दो घंटे तक डकैतों ने यात्रियों से जमकर लूटपाट किया।
विरोध करने पर बदमाशों ने करीब आधा दर्जन यात्रियों को चाकू, छूरा मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। महिलाओं के जेवर डकैतों ने उतरवा लिए। यात्रियों की नकदी समेत पूरा सामान लूट लिया। लूटपाट करने के बाद ड़कैत जंगल की ओर भाग निकले। इसके बाद ट्रेन भोर में तीन बजकर 13 मिनट पर इलाहाबाद के लिए रवाना हुई। घायल यात्रियों को इलाहाबाद में भर्ती कराया।
ट्रेन के इलाहाबाद पहुंचने पर लूट की सूचना पुलिस को मिली। लूटपाट की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा, अपर एसपी बलवंत चौधरी, एसओ मानिकपुर केपी दुबे भारी पुलिस फोर्स के साथ भोर में ही मौके पर पहुंच गए। इसके बाद चित्रकूटधाम रेंज के डीआईजी मनोज तिवारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने रेलवे लाइन के किनारे दो बैग बरामद किए है।
माना जा रहा है कि लूटपाट के दौरान ड़कैत यात्रियों के बैग छोंडकर भागे है। पुलिस ने डाग स्क्वायड के लिए लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है। भोर से ही जंगल में पुलिस ने सर्च आपरेशन शुरू कर दिया है। आउटर के समीप ही जंगल में बसे कोटा कंदैला गांव के पत्रकार पुरवा में पुलिस टीम ने पहुंचकर जानकारी ली। अभी तक पुलिस को कुछ भी हासिल नहीं हुआ है।
ड़कैतों ने सात बार की चेन पुलिंग
गंगा-कावेरी एक्सप्रेस में लूटपाट के दौरान ड़कैतों ने सात बार चेन पुलिंग की। ट्रेन के गार्ड पीके ओझा व असिस्टेंट ड्राइवर ने छह बार आकर चेन पुलिंग को आकर सही किया। लेकिन जब सातवीं बार फिर से चेन पुलिंग हुई तो गार्ड को पता चला कि ट्रेन में बदमाशों ने धावा बोल दिया है। जिससे भयभीत होकर गार्ड इसके बाद खामोश हो गया। गार्ड ने रेल प्रशासन को इसकी जानकारी देने का भी प्रयास किया। लेकिन जंगल मंे होने की वजह से शायद वह जानकारी देने में असफल रहा।
सतना से ट्रेन में चढ़े थे लुटेरे
गंगा-कावेरी एक्सप्रेस में लूटपाट करने के इरादे से लुटेरों का गैंग सतना स्टेशन से चढ़ा था। कारण कि गंगा कावेरी एक्सप्रेस का मानिकपुर जंक्शन में कोई स्टापेज नहीं है। ट्रेन सतना से चलने के बाद सीधे इलाहाबाद में ही रूकती है। पुलिस के मुताबिक ड़कैतों ने ट्रेन में लूटपाट की पहले से ही योजना बना रखी थी। योजनाबद्ध तरीके से ड़कैत सतना स्टेशन से ट्रेन में चढ़ गए। इसके बाद आउटर पर आते ही चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक लिया। शायद यहीं पर कुछ साथी उनके पहले से मौजूद थे। सभी ने एक साथ धावा बोलकर लूटपाट की।
ड़कैतों को देख दुबक गए जीआरपी जवान
गंगा-कावेरी एक्सप्रेस में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर जीआरपी मानिकपुर व इलाहाबाद के दो-दो जवान चलते है। यह जवान रात के समय सभी बोगियों में घूमते रहते हैं। ताकि किसी भी तरह की घटना के संबंध में जानकारी मिलती रहे। ट्रेन में जिस समय लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया गया, उस समय जीआरपी के चारो जवान किसी बोगी में सवार थे। करीब पौने दो घंटे तक ट्रेन को हाईजैक कर लूटपाट होती रही, फिर भी इन जवानों ने वहां पर पहुंचने की जहमत नहीं उठाई। बल्कि ड़कैतों की जानकारी मिलने पर यह चुपचाप दुबके रहे।
अब तक कई बार हो चुकी है लूट की घटनाएं
पनहाई रेलवे स्टेशन के समीप ही अब तक कई बार ट्रेनों में मुसाफिरों के साथ लूट की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। घनघोर जंगल होने के कारण बदमाश लूटपाट करने के बाद भाग निकलते है। पिछली घटनाओं में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था। अभी हाल ही में मानिकपुर-सतना रूट पर ही बांसा पहाड़ रेलवे स्टेशन के पास बदमाशों ने दो रेलवे गार्डों को लूटा था। इसके बाद मानिकपुर थाना क्षेत्र में ही झरी रेलवे फाटक पर गेटमैन सहित दो दुकानदारों के साथ मारपीट कर लूटपाट की गई थी। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया था।
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